उत्तर प्रदेश: अयोध्या के छावनी मंदिर के महंत परमहंस दास ने राममंदिर निर्माण के लिए अपनी चिता सजायी है. उन्होंने धमकी दी है कि अगर 6 दिसम्बर से राममंदिर निर्माण शुरू नहीं होगा तो वो आत्मदाह कर लेंगे. इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगाया है कि एक ओर पीएम मोदी हिंदुओं को जबकि योगी संतों को बाँट रहे हैं और मंदिर निर्माण का प्रयास नहीं कर रहे हैं. बता दें कि परमहंस ने इससे पहले राम मंदिर निर्माण के लिए आमरण अनशन किया था जो प्रशासन ने जबरन ख़त्म करा दिया था.
अयोध्या में विहिप 25 नवंबर को धर्मसभा का आयोजन कर रही है. इसमें एक लाख से अधिक की भीड़ जुटने का अंदेशा है. इस धर्मसभा में राज्य की कानून-व्यवस्था प्रभावित न हो इसके मद्देनजर अयोध्या में भारी तादाद में फोर्स व अफसरों की तैनाती कर दी गई है. वहीं अयोध्या में 25 नवंबर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी पहुंच रहे हैं.
अयोध्या की विवादित जमीन पर राम मंदिर निर्माण के लिए जहां विश्व हिंदू परिषद (विहिप) धर्मसभा का एलान पहले ही कर चुकी है, वहीं अब रामलला के मंदिर के लिए उस धरती पर अश्वमेध महायज्ञ का किए जाने की घोषणा कर दी गई है. विश्व वेदांत संस्थान 1 से छह दिसंबर तक अश्वमेध महायज्ञ करने जा रहा है. संस्थान के संस्थापक आनंदजी महाराज ने कहा कि राम मंदिर निर्माण का आंदोलन दिन पर दिन प्रबल होता जा रहा है. अब इसे जनआंदोलन बनने से कोई रोक नहीं सकता. अयोध्या में राम मंदिर तो बनकर रहेगा.