(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अयोध्या: सुरक्षा का जायजा लेने के लिए पुलिस ने की मॉक ड्रिल, नकली बम लेकर पेड़ चढ़ गया बंदर
अयोध्या पुलिस ने यलो जोन में मॉक ड्रिल किया. इस दौरान दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार करने के लिए ब्लैक कैट कमांडो तैनात किए गए. अयोध्या पुलिस का मॉक ड्रिल सफल रहा. मॉक ड्रिल के दौरान आसपास के क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल हो गया.
अयोध्या: राम के नगरी अयोध्या में शुक्रवार को सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए प्रशासन के द्वारा यलो जोन में मॉक ड्रिल किया गया. एक बाइक पर दो संदिग्ध सवार युवकों की सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने अशर्फी भवन चौराहे के पास घेराबंदी करके उन्हें पकड़ लिया. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा. बम डिस्पोजल दस्ता, ब्लैक कैट कमांडो, एसपी सिटी और क्षेत्राधिकारी मौके पर मौजूद रहे.
मॉक ड्रिल के वक्त आसपास के क्षेत्रों में हड़कंप मच गया. आने-जाने वालों को जहां-तहां रोक दिया गया. इससे लोगों में दहशत का माहौल था. मॉक ड्रिल राम जन्म भूमि के सटे हुए क्षेत्रीय यलो जोन अशर्फी भवन चौराहे पर किया गया. संदिग्धों की सूचना पर प्रशासन के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया और यह सफल रहा. मॉक ड्रिल की सूचना मिलने के बाद लोंगों ने राहत की सांस ली. अशर्फी भवन चौराहे पर बम की सूचना मिलने पर कमांडो दस्ते ने भी तुरंत कार्रवाई की.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नगर विजय पाल सिंह ने बताया कि सुरक्षा के संबंध में और रिहर्सल के उद्देश्य से मॉक ड्रिल कराया गया था. इसमें एक मोटरसाइकिल पर दो संदिग्ध व्यक्तियों के एक काले रंग के बैग साथ लेकर यलो जोन में प्रवेश की की सूचना मिली थी. इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने अशर्फी भवन चौराहे पर घेराबंदी करके इन लोगों को रोका और बम डिस्पोजल दस्ता के द्वारा इसकी चेकिंग की गई. संदिग्ध की सूचना प्रसारित करके सुरक्षा का जायजा लिया गया तथा पूर्वाभ्यास भी किया गया.
राम जन्म भूमि की संवेदनशीलता को देखते हुए आए दिन राम जन्मभूमि के यलो जोन और रेड जोन क्षेत्र में प्रशासन के द्वारा मॉक ड्रिल किया जाता है. मॉक ड्रिल करके प्रशासन समय-समय पर अपने सुरक्षाबलों की तैयारियों का जायजा लेता है और शुक्रवार को जो की गई मॉक ड्रिल पूरी तरह से सफल रही. पुलिस के द्वारा सूचना मिलने के बाद आसपास के लोगों ने राहत की सांस ली.
एक बार फिर अयोध्या पुलिस की लिए मदद करते हुए बंदर नकली बम को लेकर के पेड़ पर चढ़ गए और उसे मुंह से काट भी दिया. कुछ ऐसी ही घटना तब भी हुई थी जब आतंकियों के द्वारा हनुमानगढ़ी पर कुकर बम का इस्तेमाल किया गया था. उस वक्त भी बंदर ने ही लोगों का ध्यान कुकर बम की तरफ आकर्षित किया था और एक बड़ी घटना को रोक दिया था.
इस बार रिहर्सल ही सही लेकिन फिर बंदर ने पुलिस का सहयोग किया और नकली बम को लेकर पेड़ पर चढ़ गए. बम डिस्पोजल दस्ता नीचे बम को डिफ्यूज करने की तैयारी में था वही, बंदर ने मुंह से ही काटकर के बम को निष्क्रिय कर दिया.