अयोध्या: राम नगरी अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर की ऊंचाई और भव्यता बढ़ाने को लेकर बीजेपी के पूर्व सांसद और राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य राम विलास वेदांती ने मोर्चा खोल रखा है. मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक को पत्र भेजने वाले राम विलास वेदांती ने मंगलवार को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास से मुलाकात की और उनसे राम मंदिर की ऊंचाई और भव्यता बढ़ाने को लेकर के विचार विमर्श किया.


रामविलास दास वेदांती और नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास की मानें तो इस बात पर ट्रस्ट के अध्यक्ष भी सहमत हैं कि राम मंदिर की ऊंचाई और भव्यता को बढ़ाया जाए और इस मुद्दे को वह ट्रस्ट के पदाधिकारियों के सामने उठाएंगे. इस बात पर भी सहमति बनी है कि 1111 फुट पर जोर न देते हुए मंदिर का शिखर ऊंचा किया जाए और भव्यता बढ़ाई जाए. इस बात पर भी सहमति बनी है कि राम जन्मभूमि कार्यशाला में तराशे गए पत्थरों से ही राम मंदिर का निर्माण होगा जिससे आगामी 2 वर्षों के भीतर राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण पूरा हो जाए और रामलला को उसमें विराजमान कर दिया जाए.



मुलाकात के दौरान यह भी कहा गया कि सारा कार्य यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इसी सरकार के कार्यकाल के दौरान पूरा कर लिया जाए. संतों को आशंका है कि अगर ऐसा नहीं होता है, अगर कोई दूसरी सरकार बनी तो वह राम मंदिर निर्माण को लेकर बाधा खड़ी कर सकती है. अब देखना यह है कि विश्व हिंदू परिषद के राम मंदिर मॉडल में शिखर बढ़ाने और भव्यता देने को लेकर के कौन से परिवर्तन होते हैं और इस मुद्दे को लेकर आगे क्या रणनीति तैयार होती है.



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