अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले बीजेपी के पूर्व सांसद डॉ रामविलास दास वेदांती ने राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार सहित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को पत्र लिखा है. पत्र में भगवान श्री राम के मंदिर को विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर बनाए जाने की मांग की गई है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में जगह न मिलने से नाराज डॉ रामविलास दास वेदांती ने ट्रस्ट के अध्यक्ष व महासचिव सहित अयोध्या राजा बिमलेंद्र मोहन मिश्र पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. साथ ही राम मंदिर को छोटा बनाए जाने का षड्यंत्र व अयोध्या के संतों की सहमति न लेने का भी आरोप लगाया था. अब वेदांती ने महामहिम राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल सहित संघ प्रमुख ट्रस्ट के सदस्यों को भी देश के विभिन्न मंदिरों का हवाला देते हुए सबसे ऊंचा मंदिर बनाए जाने की मांग की है.
श्री राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य और बीजेपी के पूर्व सांसद रामविलास दास वेदांती ने कहा कि भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने यह घोषणा की थी कि अयोध्या का मंदिर दिव्य और भव्य होगा. वेदांती ने कहा कि उनका मानना हे कि मंदिर की ऊंचाई कम से कम 1111 फीट ऊंची होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत में कई प्रमुख मंदिर ऐसे हैं जो बहुत ही भव्य हैं, लेकिन विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर राजा विक्रमादित्य ने बनवाया था जो 1111 फीट ऊंचा था और यह मंदिर अयोध्या का राम जन्म भूमि का मंदिर था.
रामविलास दास वेदांती ने कहा कि कि इसी तर्ज पर उनका यह मानना है कि राम मंदिर बनना चाहिए इसके लिए उन्होंने भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महोदया को पत्र लिखकर निवेदन किया है. इनके अलावा वेदांती ने संघ प्रमुख मोहन भागवत जी, भैया जी जोशी तथा विश्व हिंदू परिषद के न्यास अध्यक्ष और श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास और महासचिव चंपत राय को भी पत्र लिखकर निवेदन किया है कि अयोध्या में बनने वाला मंदिर विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर हो.