अयोध्या. राम मंदिर निर्माण के लिए गठित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट चाहता है कि भूमि पूजन के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आएं. सुप्रीम कोर्ट से आए फैसले के बाद अब राम मंदिर निर्माण में देरी लोगों को अखर रही है. राम मंदिर निर्माण से जुड़े लोग हों या फिर अयोध्या के साधु-संत सभी की व्यग्रता बढ़ती जा रही है. यही कारण है कि अब अयोध्या के साधु-संत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर उनसे अपनी इच्छा जता रहे हैं.
श्री राम जन्मभूम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास की तरफ से एक पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा गया है. नृत्य गोपाल दास ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उनसे अयोध्या का दौरा करने और राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन करने का अनुरोध किया गया है. संतों का कहना है कि 5 जुलाई से सावन की माहीना शुरू हो रहा है. सावन का महीना पावन है. राम मंदिर इसी माहीने से बनना शुरू हो जाए तो बहुत अच्छा रहेगा. संतों को उम्मीद है कि, प्रधानमंत्री आमंत्रण को स्वीकार करेंगे और सावन के माहीने में ही अयोध्या आएंगे.
अब देखना होगा कि प्रधानमंत्री श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के पत्र का कितना संज्ञान लेते हैं और संतों की राम मंदिर निर्माण की जो बेचैनी है वह कब खत्म होती है. लेकिन इस बीच जिस तरीके से युद्ध स्तर पर अयोध्या में मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है उसे देखकर साफ कहा जा सकता है कि वह दिन दूर नहीं जब जल्द ही मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा.
राम जन्मभूमि परिसर की 2.77 एकड़ जमीन का समतलीकरण हो गया है. जमीन के भार सहने की शक्ति का परीक्षण करने वाली एल एंड टी कंपनी ने सॉयल टेस्ट करके उसकी रिपोर्ट श्री रामजन्म भूमि भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष विपिन मिश्रा को सौंप दी है. ऐसे में अब मंदिर निर्माण की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी हाल ही में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से मुलाकात की थी. इस दौरान राम मंदिर के निर्माण को लेकर भी चर्चा हुई थी.
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