आजम खान के खिलाफ 64 मुकदमे दर्ज हैं, जानिए- किन बड़े मामलों को लेकर जारी है रामपुर का रण
आज रामपुर उबल रहा है, समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और प्रशासन इसको रोकने की कोशिशें कर रहा है. जानिए आखिर वो कौन से मामले हैं जिनके कारण आज ये हालात पैदा हुए हैं.
रामपुर: रामपुर में आज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता जमा हुए और शासन-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन दिया. सपा कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाईवे 24 पर जाम लगाया और धरने पर बैठ गए.इस दौरान पुलिस ने सपा के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र यादव, अबदुल्ला आजम और मुरादाबाद के सांसद एसटी हसन को हिरासत में ले लिया. दरअसल सपा के ये नेता, आजम खान और उनके बेटे अबदुल्ला पर हो रही कार्रवाई का विरोध कर रहे थे. आपको बता दें कि पिछले कुछ वक्त से आजम और अबदुल्ला पुलिस प्रशासन के रडार पर हैं.
जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर फंसते जा रहे हैं आजम
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर के सांसद आजम खान ने 2019 लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान लगातार मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी की बातें अपने भाषणों में कहते नजर आते थे. वे इस यूनिवर्सिटी को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं. लेकिन अब इसी यूनिवर्सिटी को लेकर आजम खान लगातार फंसते नजर आ रहे हैं. सबसे पहला विवाद दो शेरों की मूर्तियों का है. ये दोनों मूर्तियां रामपुर क्लब से चोरी हुई थीं. ये मूर्तियां उस दौर की हैं जब रामपुर में नवाबों का शासन था. ये दोनों मूर्तियां जौहर यूनिवर्सिटी में पाई गईं.
दूसरा विवाद मदरसा आलिया की किताबों का है. 1774 में इस मदरसे को खोला गया था. आजम खान के ट्रस्ट ने इसे लीज पर ले रखा है. यहां करीब 9 हजार अरबी, फारसी की बेशकीमती किताबें थीं जो दुनिया भर से मंगाई गई थीं. किताबों के साथ साथ इस मदरसे का फर्नीचर भी बेशकीमती था. 2001 में राजनाथ सिंह सरकार ने मदरसे को विश्वविद्यालय की अहमियत दी और करोड़ों रुपया भी दिया लेकिन वक्त से साथ साथ मदरसे की विरासत खोती गई. अब यहां स्कूल चलता है जिसे आजम खान का ट्रस्ट चलाता है. आरोप है कि बेशकीमती किताबें और फर्नीचर जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचा दिया गया.
तीसरा विवाद जमीन से जुड़ा है. 78 हेक्टेयर में बनी इस भव्य यूनिवर्सिटी की 38 हेक्टेयर जमीन पर विवाद है. आरोप है कि इस जमीन को जबरन किसानों से ले लिया गया. यूनिवर्सिटी के लिए तीन बार सर्किल रेट कम कराए गए. सपा सरकार के दौरान इस यूनिवर्सिटी पर भारी भरकम सरकारी पैसा खर्च किया गया था. आजम खान की अध्यक्षता वाला ट्रस्ट इस यूनिवर्सिटी को चलाता है. इस ट्रस्ट से जुड़ी लोग आजम परिवार के ही हैं.
करीब 64 मुकदमे दर्ज हैं आजम के खिलाफ
आजम खान के खिलाफ करीब 64 मुकदमे दर्ज हैं जिनमें से कई मुकदमे जमीनों से जुड़े हैं. आजम खान को भूमाफिया घोषित कर दिया गया है और उन पर शिकंजा कसता जा रहा है. जौहर यूनिवर्सिटी की जमीनों के अलावा आजम खान पर सिंचाई विभाग की जमीन पर भी कब्जे का आरोप है. रामपुर में आजम खान ने एक भव्य रिजॉर्ट भी बनवाया है जिसको हमसफर रिजॉर्ट के नाम से जाना जाता है. आरोप है कि इस रिजॉर्ट के लिए सिंचाई विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया.