मथुरा: पुलवामा हमले के बाद आतंकवादियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को गौरव की बात बताते हुए योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा है कि इस संबंध में नेता ओछी राजनीति नहीं करें और आपस में न लड़ें, बल्कि सत्ता पक्ष और विपक्ष एकजुट होकर आतंकवाद के विरुद्ध उठ खड़े हों. बाबा रामदेव ने शुक्रवार को यहां आयोजित कृष्ण गोपाल जयंती कार्यक्रम में सम्मिलित होने आए थे. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी पूर्णानन्द गिरि ने की तथा देश के अनेक संतों ने इसमें हिस्सा लिया.


संवाददाताओं बातचीत में योगगुरु ने कहा, ''दुश्मन के घर में घुसकर वायुसेना द्वारा की गई कार्रवाई के सबूत माँगना ओछी राजनीति है. आतंकवाद से जूझने के लिए देश के सभी नेताओं को आपसी मतभेद भुलाकर एक साथ आना चाहिए तथा सर्वसम्मति से देशहित में की जा रही कठोर कार्यवाही का साथ देना चाहिए."


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उन्होंने देश की वर्तमान चुनौतियों का हवाला देते हुए कहा, 'अभी कुछ दिन पूर्व जो (एयर स्ट्राइक) किया गया है, वह अंतिम नहीं है. इसे निरंतर जारी रखना पड़ेगा. ताकि इस पवित्र भारत-भूमि के प्रति दुर्विचार व दुर्भावना रखने वालों का धरती पर अस्तित्व ही न रहे. यही नहीं, इसके लिए हमें सामाजिक व आर्थिक दृष्टि से भी कई ऐसे फैसले लेने पड़ेंगे और उनसे पीछे नहीं हटना होगा.'


इससे पूर्व उन्होंने मंच पर अनेक आसन और योग मुद्राओं का प्रदर्शन करते हुए सभी से नियमित कम से कम आधा घण्टा योग करने का आग्रह भी किया. बोले - भक्ति के साथ मति, शक्ति, कृति भी होनी चाहिए. ये होंगी तभी गति-प्रगति होगी. देश तभी फिर से विश्वगुरु बन पाएगा.


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उन्होंने संत-महात्माओं को सोशल मीडिया का महत्व समझाते हुए कहा, 'वे भी व्हाट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर आदि पर सक्रिय हों. फिर खुद बोले मीडिया की ताकत बढ़ाओ. फेसबुक, ट्विटर पर आसुरी शक्तियां भारतीय-हिंदू संस्कृति, भारत के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहीं हैं. देश को आर्थिक और वैचारिक गुलामी के चक्र में फांसने पर आमादा हैं. इनके विरुद्ध सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ाइए.'