बागपत: बागपत में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई जहां एक कलयुगी पिता ने पैसों के लिए अपनी संतान का सौदा कर दिया. बेटी जन्मी तो पिता ने उसे नि:संतान दम्पत्ति के हाथ सौंप दिया. लेकिन बिक्री की रकम को लेकर बात बिगड़ी तो बेटी की खरोद-फरोख्त का मामला खुल गया. शिकायत के बाद पुलिस ने नवजात बेटी को बरामद करके आरोपी पिता और तीन खरीदारों को गिरफ्तार किया है.


बागपत के गौरीपुर गांव में मुजफ्फरनगर के तितावी का नीटू अपने परिवार के साथ रहता है. नीटू मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता था. कुछ महीने पहले नीटू की पत्नी गर्भवती हुई तो नीटू ने गर्भ में पल रहे बच्चे को बेचने का मन बनाया. उसने नोएडा की एक दलाल के जरिये कोख के बच्चे को बेचने का सौदा नोएडा के एक दम्पत्ति से कर दिया. यह सौदा महज बीस हजार रूपये और उपहारों के बदले तय हुआ था.


26 अक्टूबर को सोनीपत के एक सरकारी अस्पताल में जब नीटू की पत्नी की डिलीवरी हुई तो जुड़वा बेटियों को जन्म दिया. एक बच्ची के बदले नि:संतान दम्पत्ति ने 5 हजार रूपये नकद, कपड़े, रंगीन टीवी, और नीटू की पत्नी के इलाज और डिलीवरी पर 13 हजार रूपये खर्च किये थे. बेटी देते समय नीटू लेने-देन को लेकर बिगड़ गया और उसने बच्ची की कीमत 50 हजार रूपये मांगी. मगर बाद में तय सौदे के अनुसार नोएडा के दम्पति एक बच्ची को लेकर चले गए.


दम्पत्ति के बच्ची को ले जाने के बाद लेने-देन का विवाद और गहराया. बच्ची खरीदने वाला दम्पत्ति इससे ज्यादा पैसा देने को राजी नहीं थे. इस पर नीटू ने बागपत में दो महिला समेत 3 लोगों के खिलाफ बच्ची को गायब करने का केस दर्ज करा दिया. पुलिस ने जब नोएडा से आरोपियों की गिरफ्तारी की तो नीटू की भूमिका सबसे बड़ी नजर आयी. पुलिस ने नीटू को भी गिरफ्तार कर लिया.


एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि नीटू के पिता समेत बच्ची खरीदने वाले दम्पत्ति और पूरे मामले में बिचौलिये की भूमिका निभाने वाली अनीता नाम की महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ किशोर न्याय देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम-2000 की धारा 23, 24 के अन्तर्गत केस दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है. बरामद नवजात बच्ची को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया गया है. मामले की जांच जारी है. सख्त कार्रवाई होगी.