नसीम का दावा- हमें कश्मीरी फिरन पहना देते थे और सेना पर पत्थर फेंकने को कहते थे
कश्मीर से छूट कर आए नसीम ने जो बातें बताई हैं वो चौंका देने वाली हैं. सिलाई मास्टर की नौकरी के लिए नसीम को कश्मीर के पुलवामा में बुलाया गया था लेकिन उसे वहां सेना पर पत्थर फेंकने को कहा गया. उसने इंकार किया तो उसके साथ मारपीट भी की गई.
बागपत: कश्मीर से छूट कर आए नसीम ने जो बातें बताई हैं वो चौंका देने वाली हैं. सिलाई मास्टर की नौकरी के लिए नसीम को कश्मीर के पुलवामा में बुलाया गया था लेकिन उसे वहां सेना पर पत्थर फेंकने को कहा गया. उसने इंकार किया तो उसके साथ मारपीट भी की गई.
उत्तर प्रदेश के बागपत और सहारनपुर के रहने वाले 6 युवक किसी तरह वहां से भाग निकले और वापस लौट कर पुलिस को पूरी जानकारी दी. इस पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है और जांच शुरू कर दी है.
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नसीम ने बताया कि जनवरी की शुरूआत में उसका काम काफी हल्का चल रहा था. तभी उसके एक साथी ने उसे बताया कि कश्मीर के पुलवामा स्थित फैक्टरी में अच्छा पैसा मिल जाएगा. नसीम उसकी बातों में आ गया और अपने साथ अन्य लोगों को लेकर कश्मीर पहुंच गया.
नसीम के साथ उसका परिवार भी था. दो महीने तक सब ठीक चलता रहा और पैसे भी वक्त पर मिले लेकिन उसके बाद एक दिन उसके साथ कुछ ऐसा हुआ जो उसने सोचा भी नहीं था. सेना एक एनकाउंटर कर रही थी, नसीम को फिरन (कश्मीरी कपड़े) पहना कर वहां भेज दिया गया और बाकी कश्मीरियों के साथ पत्थरबाजी करने को कहा गया.
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नसीम ने इंकार कर दिया तो उसके साथ मारपीट की गई. नसीम ने ये बातें अपने साथियों और परिवार को बताईं. ये तय हुआ कि यहां से भाग कर वापस अपने शहर पहुंचा जाए. लेकिन सबसे बड़ी परेशानी पैसे की थी.
नसीम के अपने परिवार से पैसे मंगाए और हवाई टिकट कराए. इसके बाद वह अपने सभी साथियों और परिवार को लेकर एयरपोर्ट पर पहुंचा. वहां से दिल्ली और फिर बड़ौत. घर पहुंच कर उसने पुलिस को पूरी बात बताई.
फिलहाल पुलिस को नसीम की बातों पर पूरा भरोसा नहीं है. एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने कहा कि जांच के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी. फिलहाल पुलिस इन सभी युवकों से पूछताछ कर रही है और जांच कर रही है.