बलिया: अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले यूपी के बलिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने अब अधिकारियों को लेकर अपमानजनक बयान दिया है. उन्होंने अधिकारियों की तुलना 'वेश्याओं' से की है. सुरेंद्र सिंह ने कहा कि अधिकारियों से अच्छी तो वेश्याएं हैं जो पैसा लेकर स्टेज पर नाचने को तैयार हो जाती हैं लेकिन अधिकारी तो पैसा लेकर भी जनता का काम नहीं कर रहे हैं.


उन्होंने कहा,"इस तहसील से वेश्यालय भी अच्छा है, वेश्याओं का एक धर्म होता है, पैसे लेने के बाद रात भर नाचती हैं और ये #$%@ पैसा लेने का बाद भी अपना नाच बदल देते हैं."


उन्होंने कहा कि अगर कोई अधिकारी आपसे रिश्वत मांगे तो उसे जूते से पीटो. उन्होंने कहा कि अगर जनता के सम्मान की रक्षा के लिए जेल की तो बात छोड़ दें अगर विधायकी छोड़नी पड़ेगी तो वो भी छो़ड़ दूंगा.


विधायक सुरेंद्र सिंह तहसील कार्यालय पर समाधान दिवस के दिन भ्रष्टाचार के खिलाफ पैदल मार्च निकाल कर जनता को संबोधित कर रहे थे.


अधिकारियों के प्रति विधायक का रोष कुछ नया नहीं है. उन्होंने इससे पहले भी अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि कैराना और नूरपुर में हार का कारण भी अधिकारी वर्ग है.


सुरेंद्र सिंह ने कहा था कि ब्लॉक, तहसील और थाने में आम आदमी का काम नहीं हो पा रहा है. ये सरकारी अधिकारी जनता की तो छोड़िए जन प्रतिनिधि की भी नहीं सुनते.


बीजेपी विधायक ने कहा था कि हार का कारण अधिकारियों में फैला भ्रष्टाचार है. भ्रष्टाचार के चलते जो यश सरकार को मिलना चाहिए था वह नहीं मिला. तहसील, ब्लॉक से लेकर थाने तक में जनता का काम नहीं हो पा रहा है जिसके कारण समाज में गुस्सा है.