बाराबंकी: देश भर में अयोध्या विवाद को लेकर आए दिन विवादित बयान सामने आते हैं. हिन्दूवादी नेता जहां हर कीमत पर मंदिर बनाने की बात कहते हैं वहीं दूसरा पक्ष कोर्ट के फैसले के इंतजार की बात करता हुए हिन्दूवादी नेताओं पर निशाना साधता नजर आता है. दोनों पक्षों के नेताओं के बयान कई बार बहुत अधिक तीखे हो जाते हैं. कोई पीछे हटने को तैयार नहीं है, लेकिन इसी विवाद के बीच कई बार कुछ लोग सद्भाव की बात भी करते नजर आते हैं. बाराबंकी की ये खबर भी ऐसी ही है.


बाराबंकी के सैकडों मुस्लिमों का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर उसी जगह बन जाए जहां उनके हिन्दू भाई चाहते हैं. इस मांग को लेकर वो 25 नवंबर को अयोध्या जाने वाले हैं. गौरतलब है कि इसी दिन हिन्दू संगठनों ने भी वहां जुटने का एलान किया है.


हाजी मोहम्मद गौस का कहना है कि मंदिर बनने से ये विवाद हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा. हम 25 नवंबर को अयोध्या जाएंगे और वहां रुकना पड़ेगा तो रुकेंगे भी. मौका मिलेगा तो मंदिर बनाने में सहयोग भी करेंगे.


सन्नो कहती हैं कि भला राम मंदिर बनने से कौन रोक सकता है. मंदिर तो बनना ही चाहिए. देश में इतना तो हो ही कि मंदिर-मस्जिदें बन सकें. हम लोग अयोध्या जाएंगे और मंदिर निर्माण के पक्ष में आवाज उठाएंगे.


मोहम्मद शकील और शारिक राशिद ने भी इस पर अपनी बेत रखते हुए मंदिर निर्माण की मांग को दोहराया. इन सभी लोगों ने कहा कि अगर मंदिर बनने से अमन-चैन कायम होगा तो मंदिर बनना ही चाहिए. हम अपने हिन्दू भाइयों के साथ चैन से रहना चाहते हैं.


मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि करीब 1400 से 1500 लोग बाराबंकी से अयोध्या जाएंगे और अपनी बात को रखेंगे.