बाराबंकी: बाराबंकी में सोमवार को हैरान कर देने वाला मंजर देखने को मिला जब जहांगीराबाद स्थित रमता राम चतुर्भुजी की तपोस्थली पर आयोजित रामपुर महोत्सव में जमकर ईंट पत्थर चले. पत्थरों के चलने का सिलसिला उसी समय शुरू हो गया जब मंच पर कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह, सांसद प्रियंका सिंह रावत, विधायक बैजनाथ रावत और स्थानीय विधायक उपेंद्र रावत समेत तमाम बीजेपी नेता मौजूद थे. जैसे ही दोनों मंत्री, सांसद और एक विधायक की कार्यक्रम से विदाई हुई और भोजपुरी के मशहूर सुपरस्टार और सिंगर खेसारी लाल यादव को आने में देरी हुई, भीड़ ने मंच की तरफ ईंटे पत्थर बरसा दिए. घटना में कई लोगों के बुरी तरह घायल होने की खबर है.
बेकाबू भीड़ ने बैरिकेडिंग और कुर्सियां तोड़ डाली, बल्लियां उखाड़ लीं. इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठियां भांजी. स्थिति बेकाबू होते देख सीओ सिटी ने मोर्चा संभाला. मंच से लाउडस्पीकर पर भीड़ से पत्थरबाजी न करने और ठीक से बैठने का निवेदन किया, लेकिन भीड़ नहीं मानी. इसके बाद पीएसी के साथ ही भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर बुलाई गई. काफी संख्या में फोर्स मौके पर पहुंची और कई राउंड लाठीचार्ज कर दौड़ा-दौड़ाकर लोगों को बुरी तरह पीटा.
कार्यक्रम में करीब 10 बजे मंच पर पहुंचे भोजपुरी सुपरस्टार और सिंगर खेसारी लाल यादव का भी स्वागत दर्शकों ने ईंटे-पत्थर फेंककर किया. इसके बाद असुरक्षित महसूस कर रहे एक्टर ने भीड़ से पत्थर न फेकने और सही से बैठने की अपील की, लेकिन भीड़ की नाराजगी और पुलिस की कमी देख एक्टर व सिंगर खेसारी ने मंच पर परफॉर्म करने से ही मना कर दिया. जब सीओ सिटी सुशील कुमार सिंह ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया तो उन्होंने एक गाना शुरू किया, लेकिन भीड़ फिर बेकाबू हो गई. आखिरकार देर रात तक सुपरस्टार खेसारी कोई प्रस्तुति ही नहीं दे पाए और कार्यक्रम बुरी तरफ से फ्लॉप हो गया. मंच से उद्घोषक पहले से ही बार-बार ईंट पत्थर न फेकने और सीसीटीवी कैमरे लगे होने की बात कहकर भीड़ से गुजारिश करती रही, लेकिन भीड़ नहीं मानी.
जान बचाकर भागे बीजेपी विधायक
भीड़ की उग्रता का आलम ये था कि मंच के सामने खेसारी लाल यादव का कार्यक्रम देखने के लिए बैठे स्थानीय विधायक उपेंद्र रावत बुरी तरह घबरा गए. गुस्साई भीड़ बैरिकेडिंग तोड़ उनकी तरफ बढ़ी ही थी कि उन्हें बुरी तरह पसीना आ गया. पुलिस ने किसी तरह घबराए विधायक को अपने सुरक्षा घेरे में लेकर भीड़ से बचाया. कुछ देर तक विधायक ये समझ ही न पाए कि हो क्या रहा है इसके बाद आनन-फानन में वे अपनी जान बचाकर पीछे के रास्ते पुलिस के साथ निकल गए.
उपद्रव के डर से सिहर गए दर्शक
महोत्सव में चल रहे ईंटे पत्थर से दर्शक इस कदर सिहर गए कि पास होने के बावजूद उन्हें अपनी जान बचाकर कार्यक्रम छोड़कर भागने में ही भलाई नजर आई. जब कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर जा रहे लोगों से बातचीत की गई तो दुर्गेश कुमार ने बताया कि यहां पर पत्थर, बोतलें और कुर्सी चलते देख पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोगों को चोटें आईं. इसीलिए हम बीच में ही भाग आए. मनीष कुमार वर्मा अपने परिवार के साथ खेसारी लाल को देखने और सुनने आए थे, लेकिन यहां पर हुई पत्थरबाजी से वे इस तरह घबरा गए कि प्रोग्राम छोड़ घर की तरफ भागे. मनीष ने बताया कि रीता बहुगुणा जोशी और भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव दोनों के ही कार्यक्रम में ईंटें, पत्थर और क्या-क्या नहीं चले. कितने लोगों को चोट आई ये भीड़ में कह पाना मुश्किल है, लेकिन काफी लोग चोटिल हुए हैं.
भारी भीड़ जुटी देख गदगद हुईं मंत्री
कार्यक्रम में भारी भीड़ देखकर कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी गदगद हो गईं. उन्होंने यहां की जनता की ओर से सांसद प्रियंका सिंह रावत की तरफ से सौंपे गए ज्ञापन, जिसमें इस स्थल को पर्यटन स्थल घोषित किया जाए और देवा व महादेवा की तरह यहां ऑडिटोरियम बनाए जाने पर हरहाल में विचार करने का आश्वासन दिया. कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, राज्य मंत्री संदीप सिंह और सांसद प्रियंका सिंह रावत ने रामपुर महोत्सव की सफलता की कामना की. हालांकि माननीयों की इस कामना पर पत्थरबाजों ने पानी फेर दिया.
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