बरेली: यूपी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी करने वालों को पैसा दिया जाता है. बरेली में ऐसे ही एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम में बीजेपी नेताओं की बेटियों की शादी का मामला सामने आया है. अब बवाल के बाद प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है.


आंवला में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह के मौजूदगी में ये समारोह हुआ. भाजपा के मंडल अध्यक्ष रामनिवास मौर्या और भाजपा नेत्री बेबी ने अपनी बेटियों की शादी यहां कराई. खबर के मुताबिक इससे तीन दिन पहले ही भाजपा नेत्री बेबी की बेटी की शादी बड़ी धूमधाम से हुई थी जिसमें लाखों रूपये खर्च किये गए थे.

आरोप है कि सामूहिक विवाह में मिलने वाले अनुदान (सहायता राशि) पाने के लिए इन भाजपा नेताओं ने ऐसा किया. आंवला में 18 अक्टूबर को संगम रिसोर्ट में पांच जोड़ों का विवाह हुआ था.

भाजपा के मंडल अध्यक्ष रामनिवास मौर्या का कहना है कि वो गरीब हैं और इसी वजह से उन्होंने अपनी बेटी की शादी यहां की. वहीं नगर पालिका अध्यक्ष संजीव सक्सेना का कहना है कि जो भी विवाह हुए हैं वो सही हुए हैं उनमें कोई गड़बड़ी नहीं हुई है.

सामूहिक विवाह में सिचाई मंत्री धर्मपाल सिंह, आंवला नगर पालिका अध्यक्ष संजीव सक्सेना के आलावा आंवला के एसडीएम और सीओ भी शामिल हुए. सभी ने सामूहिक विवाह में शामिल हुए पांचों जोड़ों को आशीर्वाद दिया और सरकार द्वारा मिलने वाले गिफ्ट भी दिए गए.

सामूहिक विवाह में भाजपा मंडल अध्यक्ष रामनिवास मौर्या और भाजपा नेत्री बेबी की बेटी की शादी के बाद विपक्ष आरोप लगा रहा है. समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेताओं ने एसडीएम से मामले की जाँच कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है. मामला तूल पकड़ता देख सीडीओ सतेंद्र सिंह ने जांच के आदेश कर दिए हैं.

आंवला में इससे पहले भी कई शादीशुदा जोड़ों के विवाह का मामला सामने आया था. कई जोड़े ऐसे भी थे जिनकी शादी बाद में होनी थी. उस वक्त भी जांच का आश्वासन दिया गया था लेकिन कार्रवाई आज तक नहीं हुई.