बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के बिथरी चैनपुर निर्वाचन क्षेत्र के बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल के खिलाफ मोहर्रम के जुलूस का विरोध करने के मामले में कैंट और बिथरीचैनपुर पुलिस ने मुकदमे दर्ज किये हैं. मोहर्रम के जुलूस को लेकर हुए बवाल में दोनों थानों में कुल पांच मुकदमें दर्ज हुए हैं.
हाइवे जाम करने वाले 750 लोगों पर भी दर्ज हुई एफआईआर
कैंट इंस्पेक्टर देवेन्द्र कुमार सिंह ने बिथरी से बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल, उनके बेटे विक्की भरतौल, विधायक के दाहिना हाथ और ब्लाक प्रमुख का चुनाव हार चुके गौरव सिंह अरमान, विजय यादव और विनोद दिवाकर समेत 25 अज्ञात के खिलाफ बलवा, जान से मारने की धमकी, लाईसेंसी असलाह लहराना, सरकारी काम में बाधा डालना, शांति व्यवस्था बिगाडऩे, लोकसेवकों पर हमला करने, जान से मारने की धमकी देने, लोक व्यवस्था भंग करना व क्षेत्र में भय व आतंक का माहौल पैदा करना समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
बता दें कि मोहर्रम पर ताजियों के जुलूस को लेकर शुक्रवार को बिथरी और कैंट में जमकर बवाल हुआ था. दरअसल, सावन में कांवडय़ात्रा रोकने से उमरिया, कलारी और खजुरिया ब्रह्मानान गांव में टकराव के हालात थे. कांवड़ यात्रा रोकने के बदले के तौर पर कलारी में ताजियों का जुलूस रोका गया. आईजी डीके ठाकुर ने बताया की जिन लोगों ने हाइवे जाम किया था उसमे 750 लोगों पर कैंट थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.
पुलिस की मुस्तैदी से टला बड़ा बबाल
उमरिया गांव के लोग हाथों में हथियार और पेट्रोल बेम लेकर खजुरिया गांव की तरफ जा रहे थे, पुलिस को जैसे ही भनक लगी तो मौके पर पहुंचकर लोगों को खदेड़ा. अगर वक्त पर पुलिस नहीं पहुंचती तो बड़ा बबाल हो सकता था. उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ी भी तोड़ दी और पुलिस वालों के साथ हाथापाई भी की. शुक्रवार को खजुरिया ब्राहमनान में ताजियों का जुलूस रोकने के लिए रास्ते में ट्रालियां खड़ी कर दी गईं. यह भनक लगते ही एडीजी प्रेम प्रकाश और एसएसपी मुनिराज जी. ने भारी पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए थे.
जेसीबी से रास्ते में खड़ी ट्रालियों को खेतों में पलटवाकर रास्ता साफ करवाया. गांव वालों के विरोध पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया, 25 लोगों को हिरासत में ले लिया गया. मौके पर बिथरी विधायक पप्पू भरतौल भी पहुंच गए थे. जहां विधायक की पुलिस अधिकारियों के साथ जमकर नोकझोंक हुई थी. इसके बाद विधायक अपने गांव भरतौल पहुंचे तो ताजियों का जुलूस उनके ऑफिस के सामने से गुजर रहा था. समर्थकों ने यहां भी ताजियों का जुलूस लौटा दिया. इस बीच कैंट इंस्पेक्टर देवेन्द्र कुमार सिंह वहां पहुंच गए, इसके बाद इंस्पेक्टर कैंट की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया. आईजी डीके ठाकुर ने बताया कि कानून व्यवस्था भंग करने वालों पर हर हाल में कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि बिथरी में मौके पर जो देखा गया. उसी आधार पर ही कार्रवाई हो रही है.
उन्होंने कहा कि लोगों को हिदायत दे दी गई थी कि वे गांव का माहौल खराब न करें. इसके बावजूद रोड पर ट्रालियां खड़ी करवा दी गईं. बवाल कराने के लिए पूरी प्लानिंग के तहत भीड़ जमा कराई गई. हमने किसी भी तरह की कोई नई परम्परा नहीं पड़ने दी है लेकिन कानून हाथ में लेने वालों को भी नहीं बक्शा जाएगा. मुकदमें दर्ज हो चुके हैं.
आईजी ने बताया की विधायक पप्पू भरतौल और 31 नामजद और 150 अज्ञात के खिलाफ 147, 295 a, 504, 506, 153a, 505(3), 188 आईपीसी ,7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट का मुकदमा बिथरी चैनपुर थाने में दर्ज किया गया है. इसके आलावा कैंट थाने में विधायक और उनके बेटे समेत 25 अज्ञात के खिलाफ 147, 148, 149, 332, 333, 353, 188, 396, 506 मुकदमा दर्ज किया गया है.
विधायक ने कहा पुलिस के मुकदमों से नहीं डरते, एसएसपी करवा रहा है बवाल
विधायक पप्पू भरतौल ने बताया कि वह पुलिस के मुकदमों से डरते नहीं है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में काम करने वाले पर ही मुकदमे दर्ज होते हैं. मुझ पर दर्ज किया गया मुकदमा पूरी तरह से फर्जी है. पुलिस इस मुकदमे में आरोप पत्र दाखिल नहीं कर पाएगी. मुकदमा दर्ज कराने वाले एसएसपी मुनिराज अब किसी भी हाल में जिले में नहीं रह सकेगा. मैं शासन तक इस मुद्दे को उठाऊंगा.
पुलिस की सख्ती के चलते विधायक ने आत्मदाह करने की धमकी तक दे डाली. विधायक ने कहा की खजुरिया में पुलिस ने बर्बरता से महिलाओं, बच्चों, पुरुषों पर घर में घुसकर लाठीचार्ज किया जबकि वे सभी निर्दोष हैं. उन्होंने कहा कि नेशनल हाइवे को 6 घंटे तक बंधक बनाकर रखने वाले ताजियेदारों पर लाठीचार्ज नहीं हुआ. उन्होंने कहा की पुलिस की हिम्मत नहीं है की उमरिया गांव के लोगो को गिरफ्तार करे अगर है तो उन लोगों को गिरफ्तार करके दिखाए जिन्होंने हाइवे जाम किया. उन्होंने कहा की खजुरिया गांव के लोग गरीब हैं इसीलिए उनके खिलाफ पुलिस कठोर कार्यवाही कर रही है.
इलाके में अभी भी तनाव, फ़ोर्स तैनात
गौरतलब है की इलाके में अभी भी काफी तनाव है जिस वजह से भारी पुलिस फ़ोर्स तैनात किया गया है. दरअसल, विधायक पप्पू भरतौल और एसएसपी मुनिराज जी. के बीच सावन से ही अनबन चल रही है. विधायक चाहते थे कि खजुरिया ब्रह्मानन गांव से कांवड़ यात्रा निकाली जाए, जिसका दूसरे समुदाय के लोगों ने नई परम्परा बताकर विरोध किया था. इस पर पुलिस ने कांवड़ यात्रा को नई परम्परा बताकर रोक दिया था. इसके बाद से विधायक-एसएसपी में अनबन शुरू हो गई. इसके बाद से ही मोहर्रम के दौरान बिथरी में बवाल होने की आशंका जताई जा रही थी. मोहर्रम के जुलूस से पहले विधायक पप्पू भरतौल ने एडीजी प्रेम प्रकाश और जिलाधिकारी वीरन्द्र कुमार सिंह से मुलाकात की थी लेकिन विधायक ने एसएसपी से मुलाकात नहीं की थी.