लखनऊ: आगरा-लखनऊ हाईवे के बाद अब करोड़ों की लागत से बन रहा बरेली-सीतापुर फोरलेन हाईवे धंस गया है. इस घटना के बाद लोगों को काफी परेशानी हो रही है. फरीदपुर बाईपास पर 12 फ़ीट की ऊंचाई पर सड़क बनाई गई है जो कुछ समय मे धंस गई.


26 सौ करोड़ की लागत से बन रहा है हाईवे बनने से पहले ही गहरे गड्ढों में तब्दील


लगातार हो रही बारिश से जहां जलभराव की स्थिति है तो वहीं बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो रहा है. बारिश की वजह से जिले में बन रहा बरेली-सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग 24 फरीदपुर में धंस गया है. 8 साल से बन रहे इस हाईवे का अस्सी प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. इस हाईवे को 2600 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया जा रहा है.



हाईवे धंसने की वजह से एनएच अथॉरटी ने बाईपास को किया बन्द


जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर फरीदपुर बाईपास पर इस तैयार हाईवे पर कई जगह कटान हो गया है. कटान होने की वजह से पांच फ़ीट से अधिक गहरे गड्ढे हो गए हैं. हाईवे पर गहरे गड्ढे होने की वजह से एनएच अथॉरटी ने बाईपास को पूरी तरह से बंद कर दिया है. जिससे बरेली लखनऊ जाने वाले लोगों को फरीदपुर कस्बे के अंदर से गुजरना पड़ रहा है. जिस वजह से फरीदपुर में पूरे समय लोगों को जाम का सामना करना पड़ रहा है. बाईपास तीन महीने पहले ही शुरू हुआ है और इसकी हालत पहली बारिश में पतली हो गई. वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम वीरेंद्र सिंह ने फरीदपुर एसडीएम को मौके पर भेज रिपोर्ट तैयार करने को कहा है. इसके अलावा डीएम ने एनएच के अधिकारियों से जल्द से जल्द बाईपास को ठीक कराने को कहा है.


बहुत ही धीमी रफ्तार से बन रहा है हाईवे


हाईवे धंसने से उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं. बड़ा सवाल ये है कि क्या जो कंपनी इस हाईवे को बना रही है उसके खिलाफ सरकार कार्यवाही करेगी. हाईवे पर रफ्तार काफी धीमी होने की वजह से लखनऊ जाने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है. 2010 में शुरुआत होने के बाद 8 साल हो गए हैं लेकिन हाईवे 8 सालों में भी बनकर तैयार नहीं हो सका है.