बरेली: बरेली के बारादरी थाना परिसर में सोमवार को सब इंस्पेक्टर सत्यवीर त्यागी ने रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली. सब इंस्पेक्टर के सुसाइड से पुलिस महकमे में हड़कंप मच हुआ है. एसआई त्यागी एटा के महरारा थाने में तैनात थे. सूचना मिलते ही पुलिस के तमाम पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे और मामले की तफ्तीश में जुट गए.


एसएसपी मुनिराज ने बताया की सत्यवीर त्यागी के पास बारादरी थाने में मालखाने का चार्ज था. पिछले साल अगस्त 2017 में सत्यवीर त्यागी का प्रमोशन दरोगा के पर हुआ और उनका एटा तबादला हो गया. एसआई सत्यवीर हेड मोहर्रिर को मालखाने का चार्ज देने के लिए बरेली आए थे. इस दौरान उन्होंने खुद को मालखाने में किसी मुकदमे से सम्बंधित जमा रिवाल्वर से गोली मार ली. दरोगा ने माथे पर गोली मारी जिसकी वजह से मौके पर ही मौत हो गई. दरोगा सत्यवीर 15 जनवरी 1989 में सिपाही के पद पर भर्ती होकर पुलिस सेवा में आये थे.


यह भी पता चल रहा है कि चार्ज लेने को लेकर उनकी हेड मोहर्रिर से कहासुनी भी हुई थी. पुलिस को मौके से तीन-चार पन्ने का सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमें दरोगा ने सुसाइड के सभी कारण लिखे हैं. एसएसपी मुनिराज ने यह भी बताया कि मौके से बरामद सुसाइड नोट में दरोगा सत्यवीर ने लिखा है कि उनकी तैनाती के दौरान वेदप्रकाश नामक होमगार्ड पर वह काफी विश्वास करते थे. उसी विश्वास के चलते दरोगा सत्यवीर ने होमगार्ड को मालखाने की चाभी दे रखी थी. उस चाभी के जरिये होमगार्ड ने मालखाने में जमा जुए और नोटबंदी के समय के पैसे और कीमती सामान गायब कर दिया. दरोगा सत्यवीर को होमगार्ड पर भरोसा था. लेकिन होमगार्ड ने उन्हें धोखा दिया. उनके विश्वास को जीतकर वेदप्रकाश ने काफी सामान चोरी कर लिया. अब चार्ज देते समय जब गायब सामान की पोल खुली तो परेशान होकर दरोगा ने आत्महत्या कर ली.


होमगार्ड वेदप्रकाश बेहद शातिर किस्म का चोर है. वह वाहन चोरी के मामले जेल काट रहा है. इस मामले में एसएसपी ने बताया कि मुकदमा दर्ज किया जा रहा है और अब इस प्रकरण की जांच राजपत्रित अधिकारी से करवाई जाएगी. वहीं इस दुखद घटना से उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है.