बरेली: एंबुलेंस ऑन कॉल के यूपी सरकार चाहें जितने दावे कर ले पर सच्चाई कुछ और ही है. ताजा मामला बरेली का है जहां एंबुलेंस के इंतजार में एक महिला ने दो घंटे तक सड़क पर तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. यूपी की 108 एम्बुलेंस सेवा और एक युवक के बीच की गई बातचीत ऑडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें 108 एंबुलेंस सेवा की कस्टमर केयर अधिकारी साफ-साफ बोल रही है की पागलों के लिए एंबुलेंस सेवा नहीं है, जब उनसे महिला के गंभीर बीमार होने की बात कही तो डेढ़ से 2 घंटे इंतजार कर फिर कॉल करने को कहा. इस ऑडियो के वायरल होने के बाद आप भी अनुमान लगा सकते हैं कि यूपी सरकार की 108 सेवा किस तरह काम कर रही है.


दरअसल बरेली शहर के बीचोबीच किला थाना क्षेत्र के सिटी स्टेशन के सामने सड़क किनारे एक लावारिस महिला पड़ी थी जो गंभीर रूप से बीमार लग रही थी. सड़क किनारे महिला को तड़पता देख पवन नाम के एक व्यक्ति ने 108 एंबुलेंस सेवा को कॉल की तो जो जवाब मिला उसे सुन वह दंग रह गया. पवन की मानें तो 108 एम्बुलेंस सेवा की तरफ से बीमार महिला को अस्पताल पहुंचाने के बजाय एंबुलेंस कस्टमर केयर से कहा गया की 108 सेवा पागल मरीजों के लिए नहीं है. जब 108 के कस्टमर केयर अधिकारी को बताया गया कि वह गंभीर रूप से बीमार है तो डेढ़ से 2 घंटे एंबुलेंस बिजी होने की बात कहकर फिर कॉल करने की बात कही.


पवन ने दोबारा 108 एंबुलेंस सेवा के कस्टमर केयर को कॉल किया तो फिर वही जवाब मिला एंबुलेंस बिजी है अभी नहीं आ सकती. बीमार महिला सड़क के किनारे कई घंटों तक पड़ी रही पर कोई एंबुलेंस उसको लेने नहीं आई. आखिरकार महिला मौत से जंग हार गई और सड़क किनारे पड़े-पड़े उसने दम तोड़ दिया. पवन का कहना है कि अगर समय पर 108 एंबुलेंस सेवा मिल जाती तो महिला की सड़क किनारे मौत ना होती.


सीएमओ ने कहा बहुत ही दुखद और गंभीर मामला, करेंगे कठोर कार्यवाही


सबसे बड़ी बात यह है जिस जगह महिला पड़ी थी उधर से हजारों लोग निकल रहे थे और वहां से जिला अस्पताल की दूरी लगभग डेढ़ किलोमीटर की होगी, उसके बावजूद भी 108 एंबुलेंस समय से नहीं पहुंची. एंबुलेंस तो नहीं पहुंची न ही किसी ने इतनी जहमत उठाई कि वो उस महिला को किसी और वाहन से जिला अस्पताल पहुंचा दे. वहीं इस मामले में सीएमओ विनीत कुमार शुक्ला का कहना है कि मीडिया के माध्यम से हमें इस मामले की जानकारी हुई है. उन्होंने कहा कि ये बहुत ही गंभीर मामला है. उन्होंने बताया कि 108 के साथ उनका ऐसा अनुबंध है कि जहां से भी फोन किया जाये 20 मिनट के अंदर एंबुलेंस वह पहुंच जाये. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हुआ ये बहुत ही गंभीर और दुखद है. उन्होंने कहा कि इस मामले में मैं कठोर कार्यवाही करुंगा.


समय पर आ जाती एंबुलेंस तो बच जाती महिला की जान


सड़क किनारे लावारिस महिला की मौत से पहले अगर 108 एंबुलेंस सेवा मिल जाती तो शायद सड़क किनारे तड़प-तड़प कर इसकी मौत ना होती. इस घटना ने एक बार फिर यूपी के स्वास्थ्य महकमे कि पोल खोलकर रख दी.