गोरखपुरः महामहिम राष्ट्रपति के स्वागत में सीएम सिटी सिडनी की तरह दिखाई दे रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गोरक्षनगरी जगमग रोशनी में नहाई हुई हैं. आम और खास हर कोई उनके स्वागत के लिए पलक-पांवड़े बिछाए हुए उनकी अगुवाई कर रहा है. सड़क के किनारे दीवारों पर बने चित्र और रंगबिरंगी कलाकृतियां जहां गोरक्षपीठ का दर्शन करा रही हैं. तो वहीं शहर की मुख्य धरोहरों से भी आमजन रूबरू हो रहे हैं. इस अद्भुत नजारे को देखकर हर कोई हैरत में है. क्योंकि इसके पहले ऐसा नजारा कभी शहरवारियों को देखने को नहीं मिला है.
गोरक्षपीठ द्वारा संचालित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के मुख्य महोत्सव में महामहिम राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 10 दिसंबर की सुबह 10 बजे बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हो रहे हैं. इस समारोह में सप्ताह भर चलने वाले विभिन्न आयोजनों में विजयी प्रतिभागियों को उनके हाथों पुरस्कृत किया जाएगा.
गोरखनाथ मंदिर के ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में आयोजित इस समारोह में 2,000 अतिथि सम्मलित होंगे. राज्यपाल रामनाइक भी समारोह में विशिष्ठ अतिथि के रूप में सम्मिलत हो रहे हैं. कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 9 दिसंबर की शाम 4 बजकर 55 मिनट पर गोरखपुर पहुंचेंगे. सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम के बाद 10 दिसंबर की सुबह 10 बजे से 11 बजे तक मंदिर में आयोजित मुख्य महोत्सव में सम्मिलित होंगे. पूर्वाह्न 11.20 बजे वे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे.
गोरखपुर के महापौर सीताराम जायसवाल ने बताया कि महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन को लेकर तैयारियां पूरे जोरों पर हैं. खासकर साफ-सफाई, रंग-रोगन और स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सर्किट हाउस से लेकर गोरक्षनाथ मंदिर तक अतिक्रमण से लेकर सड़कों की मरम्मत और साफ-सफाई का काम अंतिम चरण में है. चप्पे-चप्पे पर प्रशासनिक अधिकारियों की नजर है. पुलिस के अधिकारियों ने हर चौराहे पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं.
गोरखनाथ मंदिर के कार्यालय प्रबंधक द्वारिका तिवारी ने बताया कि मंदिर परिसर में 10 दिसंबर को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के मुख्य आयोजन सुबह 10 बजे से शुरू होगा. महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एक घंटे बतौर मुख्य अतिथि समारोह में उपस्थित रहेंगे. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति के हाथों सप्ताह भर होने वाले आयोजनों में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा. समारोह की तैयारियों को लेकर पूरा मंदिर प्रशासन भी लगा हुआ है. रंग-रोगन का काम अंतिम चरण में है.
सड़कों के किनारे बने भवनों की दीवार पर जहां शहर की पहचान से जुड़े धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के चित्र उकेरे गए हैं, तो वहीं पर्यावरण संदेशों के साथ उपदेश और रंग बिरंगी कलाकृतियों को भी बखूबी दर्शाया गया है. इसके अलावा गोरखपुर रेलवे स्टेशन, सर्किट हाउस सहित अन्य सरकारी भवनों को भी दुल्हन की तरह सजाया गया है. इसके अलावा नगर निगम ने शहर के विभिन्न मार्गों में लगी स्ट्रीट लाइट और उसके पिलर को खूबसूरत लाइटों से सजाया है.
महामहिम राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए है जहां विशेष सुरक्षा दल गोरखपुर पहुंच चुका है. वहीं 10 दिसंबर को समारोह प्रारंभ होने से समाप्त होने तक शहर में रूट डायवर्जन भी किया गया है. जिससे राष्ट्रपति के काफिले को सर्किट हाउस से गोरखनाथ मंदिर पहुंचने के रास्ते में कोई भी बाधा ना आए. महामहिम राष्ट्रपति के स्वागत के लिए जिस तरह से पूरा शहर तैयार है, उससे यह साफ है कि आयोजन भी उतना ही भव्य होगा.