नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून 2019 को लेकर हुई हिंसा के बाद अब देशभर में हालात सामान्य होते जा रहे हैं. इन्हीं सब के बीच 27 दिसंबर को जुमे की नमाज होगी.  हालात को सामान्य बनाए रखने के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी की हैं. बता दें कि बीते शुक्रवार को कानपुर में जुमे की नमाज के बाद जमकर पत्थरबाजी और आगजनी हुई थी. आक्रोशित लोगों में कुछ ऐसे तत्व शामिल थे, जिन्होंने लोगो को भड़का दिया था जिस वजह से कानपुर सुलग उठा था. उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए प्रशासन को भारी पुलिस बल, पीएसी व अर्ध सैनिक बल लगाना पड़ा था.


अब कानपुर में स्थिति नियंत्रण में होने के बाद भी कुछ इनपुट मिल रहा है, जिसके चलते पुलिस प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर आ चुका है. शुक्रवार को फिर से जुमे की नमाज है जिसको लेकर पुलिस ने खास रणनीति बनाई है, जिससे 27 दिसंबर की जुमे की नमाज ठीक प्रकार से हो सके. पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल का कहना है कि कल जुमे का दिन है और जिस तरह से पिछले शुक्रवार को कानपुर में हिंसा हुई थी, उसको लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है.


पीस कमेटी की बैठक कर मुस्लिम धर्म गुरुओं को जिम्मेदारी दी गई है कि जहां पर नमाज पढ़ी जायेगी, वहां पर वह अपने खुद के दस-दस वालंटियर लगाएं. नमाज पढ़ने आने वाले लोगों को समझाएं कि वो शान्तिपूर्वक अपने घरों को जाएं. पुलिस के साथ खुफिया तंत्र पूरी तरह से सक्रिय है जिससे कहीं पर भी किसी तरह का उपद्रव ना हो सके.


प्रशासन ने एहतियात के तौर पर 8 जिलों में गुरुवार रात 10 बजे से शुक्रवार रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवा में रोक लगा दी है. जिन जिलों में इंटरनेट सेवा बंद रहेगी उसमें गाजियाबाद, आगरा, मथुरा और फिरोजाबाद प्रमुख हैं.