भदोही: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में एक राजगीर पिता ने जब अपनी बेटी को पुलिस की वर्दी में देखा तो उसकी आंखें छलछला आईं. बेटी को दौड़कर गले लगा लिया और बोल उठा कि बेटियां बेटों से कम नहीं. जिले के गोपीगंज के रामपुर घाट निवासी दयाराम वर्मा का परिवार बेटी की इस सफलता से बेहद खुश है. गरीबी, बेबसी और लाचारी के बीच मजदूरी कर गुजर बसर कर रहे परिवार की यह खुशी देख परिजन के साथ पूरा गांव खुशी से झूम उठा.


भदोही जिले के डीघ ब्लॉक के रामपुर घाट निवासी दयाराम वर्मा पेशे से मजदूर हैं और राजगीर का कार्य करते हैं. बेटी सीमा ने बड़े ही मेहनत और लगन से हाईस्कूल तथा इंटर की पढ़ाई करने के बाद जंगीगंज स्थित राम देव डिग्री कॉलेज से बीएससी किया. इसके बाद उपरदहा से बीटीसी ट्रेनिंग में दाखिला लिया.

सीमा ने बताया कि पांच भाई दिगंबर, चंदन, सूरज, दीपक तथा रिंकू के साथ बड़ी बहन रानी और श्वेता की शादी का बोझ भी पिता के कंधों पर ही रहा. पिता और भाइयों की मेहनत का परिणाम रहा कि इतने बड़े परिवार का खर्च और परेशानियों का सामना करते हुए मेरी पढ़ाई अंतत: जारी रखी गई. बाद में उसका चयन यूपी पुलिस में हो गया. सीमा इन दिनों बरेली के पुलिस लाइंस से वर्दी में घर लौटी तो पूरे गांव में जश्न का माहौल हो गया. परिजनों में खुशियां छा गई.

नाबालिग लड़की के साथ रेप के मामले में डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज

चार साल में 50 हजार से ज्यादा किसान कर चुके हैं आत्महत्या: अखिलेश यादव

इसी खुशी को लेकर परिजनों सहित ग्रामीणों ने रामपुर घाट स्थित गंगा के किनारे मां गंगा का विधिपूर्वक पूजन अर्चन किया और गाजे-बाजे के साथ गंगा मां की आरती कराई तथा ग्रामीणों में मिठाइयां भी बांटी गई. सीमा की सफलता अब गांव की बेटियों और बेटों के लिए मिसाल बन गई है.