भदोही: पुलिस हिरासत में व्यक्ति की मौत, थानेदार पर हत्या का केस दर्ज
बता दें कि बड़ी बेटी दीपाली का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से उनके पिता की जान चली गई. उन्होंने थानेदार सुनील वर्मा पर हत्या का मुक़दमे चलाने की मांग की थी.
भदोही: यूपी के भदोही में पुलिस कस्टडी में हुई एक शख्स की मौत को लेकर मृतक का परिवार सदमे में है. बता दें कि थानेदार पर हत्या का केस दर्ज हो गया है. इस मामले में परिवार का आरोप है कि दो भाइयों में संपत्ति विवाद जब पुलिस के पास पहुंचा तब भदोही की गोपीगंज पुलिस ने दोनों भाइयों को थाने पर बुलाया. यहां संपति को बड़े भाई, छोटे भाई और मां के हिस्से में बांटने को लेकर परिवार में कहासुनी होने लगी, जिससे नाराज एसओ ने पहले छोटे भाई अशोक मिश्रा को पीटना शुरू कर दिया.इस पिटाई का विरोध करने पर बड़े भाई रामजी मिश्रा को भी पुलिस ने परिवार के सामने पीटना शुरू कर दिया और परिवार की महिलाओं को धमकाकर थाने से भगा दिया.
मृतक की बेटी दीपाली का वीडियो लगातार वायरल हो रहा है
बता दें कि बड़ी बेटी दीपाली का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से उनके पिता की जान चली गई. उन्होंने थानेदार सुनील वर्मा पर हत्या का मुक़दमे चलाने की मांग की थी. गुहार लगाती बेटियों का एक वीडियो भी वायरल हुआ था.भदोही के एसपी सचीन्द्र पटेल ने कहा है कि हमने एएसपी रैंक के पुलिस अफ़सर को भी जांच के लिए कहा है. तब तक के लिए थानेदार को हटा दिया गया है. सोशल मीडिया पर मृतक की बेटी दीपाली का वीडियो लगातार वायरल हो रहा है. देश भर के लोग यूपी पुलिस को कोस रहे हैं.
रो रो कर पिता की मौत का इंसाफ़ मांग रही बेटी का वीडियो वायरल, निशाने पर यूपी पुलिस
परिवार का आरोप, लॉकअप में रामजी मिश्रा की पिटाई की गई
परिवार का आरोप है कि परिवार के सामने पिटाई का जब महिलाओं ने विरोध दर्ज किया तो उन्हें भी पुलिस ने धमकी दी और थाने से भगा दिया. इसके बाद आरोपी है कि लॉकअप में रामजी मिश्रा की पिटाई की गई, जिससे सदमे में उनको हार्ट अटैक आया और लॉकअप में ही रामजी मिश्रा की मौत हो गई. इस मामले में रामजी मिश्रा की तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें पुलिस गोपीगंज के स्वास्थ्य केंद्र ले गई जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रामजी मिश्रा की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रामजी मिश्रा की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई है लेकिन पुलिसिया रवैये ने एक बार फिर योगी सरकार में भी पुलिस के बर्ताव पर सवाल उठा दिया है. मृतक के परिवार का कहना है कि रामजी मिश्रा ऑटो चलाकर घर चलाते थे. घर में मृतक की मां, पत्नी, 3 बेटियां और एम बेटा है, जिसकी ज़िम्मेदारी अकेले रामजी मिश्रा पर ही थी. आज रामजी मिश्रा के घर में कोई कमाने वाला नहीं है और घर में पुलिस की कार्रवाई को लेकर नाराजगी भी है और मौत का मातम ऐसा है कि पत्नी बेहोश पड़ी हैं, बेटियों का रो रोकर बुरा हाल है और मांग है न्याय मिलने की.