भैय्यू महाराज खुदकुशी केस: सेवादार हिरासत में, आध्यात्मिक गुरु को ब्लैकमेल करने में शामिल होने का है शक
सूत्रों के मुताबिक भैय्यू महाराज के पूर्व ड्राइवर कैलाश पाटिल ने पुलिस को हाल ही में दिये बयान में दावा किया है कि एक युवती आध्यात्मिक गुरु को ब्लैकमेल कर रही थी. पाटिल ने भैय्यू महाराज से धन ऐंठने के इस कथित गोरखधंधे में दुधाड़े की भूमिका पर भी सवाल उठाये हैं.
इंदौर (MP): आध्यात्मिक गुरु भैय्यू जी महाराज के खुदकुशी केस में पुलिस ने उनके सेवादार विनायक दुधाड़े को हिरासत में लिया है. इसी साल 12 जून को लाइसेंसी रिवॉल्वर से भैय्यू जी ने गोली मारकर कथित तौर पर खुदकुशी कर ली थी. विनायक लंबे समय से गायब था और इंदौर पुलिस उसे खोज रही थी. उसने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि मैं गिरफ्तार नहीं हुआ हूं खुद आकर हाजिर हुआ.
उसने कहा, ''मैं अपने गांव में था. क्योंकि यहां की जो स्थिति थी वो खराब थी. मुझे धमकियां मिल रही थी. मैं गुरुजी से कोई सैलरी नहीं लेता था. गुरुजी मेरा घर चलाते थे. अब वह नहीं है तो 4 महीने मैंने कैसे निकाले मैं ही जानता हूं. घर जाकर पत्रकार वाइफ से सवाल करने लगे परिवार की सुरक्षा के लिए गांव चला गया था और गांव में ही था.'' विनायक ने कहा कि जांच में हम सहयोग करेंगे.
शहर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) आगम जैन ने बताया कि भैय्यू महाराज की खुदकुशी के मामले में उनके खास सेवादार से पूछताछ की जा रही है. जैन ने कहा, "हम मामले के अलग-अलग पहलुओं पर उससे पूछताछ कर रहे हैं. हमने पूछताछ के लिये उसे नोटिस भेजा था. इस पर वह खुद हमारे सामने पेश हुआ."
सूत्रों के मुताबिक भैय्यू महाराज के पूर्व ड्राइवर कैलाश पाटिल ने पुलिस को हाल ही में दिये बयान में दावा किया है कि एक युवती आध्यात्मिक गुरु को ब्लैकमेल कर रही थी. पाटिल ने भैय्यू महाराज से धन ऐंठने के इस कथित गोरखधंधे में दुधाड़े की भूमिका पर भी सवाल उठाये हैं.
भैय्यू महाराज के कथित सुसाइड नोट में उनके वित्तीय अधिकार, सम्पत्ति, बैंक खाते और संबंधित मामलों में दस्तखत का हक दुधाड़े को सौंपे जाने का जिक्र है. दुधाड़े करीब 15 साल पहले उनसे जुड़ा था और साये की तरह उनके साथ रहता था. पुलिस के मुताबिक, भैय्यू महाराज (50) ने बाइपास रोड स्थित अपने बंगले में 12 जून को अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मारकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी.