मेरठ, सहारनपुर: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण ने रिहा होने के बाद एबीपी न्यूज़ के साथ खास बातचीत की. उन्होंने अंदेशा जताया कि आने वाले वक्त में उन पर दोबारा एनएसए की कार्रवाई की जा सकती है और उन्हें दोबारा जेल भेजा जा सकता है.

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण जेल से रिहा, कहा- बीजेपी को हराना ही लक्ष्य

चंद्रशेखर ने कहा कि भीम आर्मी के गैर राजनीतिक संगठन है और चुनावी राजनीति से दूर रहेगा. उन्होंने बीजेपी का नाम लिए बगैर कहा कि जो लोग सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रहे हैं उनके खिलाफ भीम आर्मी खड़ी होगी.

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उन्होंने साफ कहा कि मैं राजनीति करने के लिए नहीं हूं लेकिन कुर्सी पर ऐसे लोग होने चाहिए जो समानता की बात करें और ईमानदारी से काम करें. 2019 में बीजेपी को बक्शा नहीं जाएगा जिसने भाईचारे को खत्म कर दिया.

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रावण ने कहा कि बहन जी से मेरे खून के रिश्ते हैं, वे मेरी बुआ हैं. उन्होंने समाज के लिए बहुत संघर्ष किया है. वे दलितों की लड़ाई लड़ रही हैं. मैं उनके पक्ष में हूं, उनके खिलाफ जाने की मैं सोच भी नहीं सकता हूं. उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी के खिलाफ यदि महागठबंधन होता है तो वह उसके साथ खड़े होंगे.

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गुरूवार देर रात जब चंद्रशेखर जेल से रिहा हुए तो उनके समर्थक काफी संख्या में जेल के बाहर मौजूद थे. उनके घर के बाहर भी जश्न का माहौल था. आज सुबह से ही लोग उनसे मिलने के लिए पहुंच रहे हैं और रिहाई की बधाई दे रहे हैं. रात करीब ढ़ाई बजे उन्हें रिहा किया गया. रिहा होते ही रावण ने कहा कि उनका टारगेट बीजेपी को हराना है.

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यूपी की योगी सरकार ने एनएसए कानून के तहत जेल में बंद चंद्रशेखर को समय से पहले ही छोड़ने का फैसला किया था. उन्हें पिछले साल यूपी के सहारनपुर में हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तार किया गया था.

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