वाराणसी: बीते कुछ समय से आए दिन बवाल के चलते चर्चा में बने रहने वाला बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी एक बार फिर गलत कारणों से चर्चा में है. सोमवार को कुछ अराजक तत्वों ने एक असिस्टेंट प्रोफेसर को चलती क्लास से खींचकर बुरी तरह पीटा. गंभीर रूप से जख्मी प्रोफेसर को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया गया है. प्रोफेसर पर एक दूसरे प्रोफेसर की एक छात्रा के साथ वीडियो फेसबुक पर साझा करने का आरोप है.


सोमवार को बीएचयू में क्लासेज शुरू हुई ही थीं कि सोशल साइंस डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर मनोज वर्मा की क्लास में छात्रों का एक ग्रुप घुस गया. बताया जा रहा है कि इस ग्रुप में कुछ अराजक तत्व भी शामिल थे. इन लोगों ने प्रोफेसर पर एक दूसरे प्रोफेसर और छात्रा का आपत्तिजनक फोटो फेसबुक पर गलत नीयत से पोस्ट करने का आरोप लगाया. इसके बाद प्रोफेसर को बुरी तरह पीटा गया.


ट्रामा सेंटर में एडमिट प्रोफेसर मनोज वर्मा ने अपने ही डिपार्टमेंट के एक सीनियर प्रोफेसर पर उन पर हुए हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया है. उन्होंने अपने सीनियर पर दलित उत्पीड़न और हमला कराने की साजिश रचने का आरोप लगाया है.


प्रोफेसर वर्मा के अनुसार कुछ महीने पहले उनके सीनियर प्रोफेसर एमएसडब्ल्यू कोर्स का एक एजुकेशनल टूर लेकर गोवा गए थे. वहीं समुद्र में नहाते हुए एक छात्रा के साथ उनका फोटो वायरल हुआ था, जिसे उन्होंने अपनी फेसबुक वाल पर शेयर किया था.


वर्मा का आरोप है कि उसी समय से उनके सीनियर उनसे चिढ़े हुए थे. आरोप यह भी है प्रोफेसर वर्मा पर हमला करने से पहले आरोपी छात्र इसी सीनियर प्रोफेसर के चैम्बर में दिखे थे.


इस संबंध में लंका के एसओ भारत भूषण तिवारी ने कोई लिखित शिकायत मिलने से इंकार किया. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन अगर लिखित शिकायत देता है तो रिपोर्ट दर्ज कर उचित विधिक कार्रवाई की जाएगी.


आरोप यह भी है कि सीनियर प्रोफेसर ने प्रोफेसर वर्मा को किसी मुद्दे पर समझाया था, जिस पर नाराज होकर वर्मा ने विवादित फेसबुक पोस्ट की थी. जब इस पोस्ट का विरोध डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स ने किया तो वर्मा ने यह पोस्ट डिलीट कर दी थी.