वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में बड़ा हादसा हुए अभी दो हफ्ते भी नहीं बीते हैं कि एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है. मंगलवार की देर शाम एक बार फिर बीम के अपनी जगह से खिसकने की बात सामने आई. ट्रैफिक न होने और मजदूरों की सतर्कता के चलते एक बार फिर बड़ा हादसा होने से बचा. काम कर रहे मजदूरों ने अधिकारियों को बताया कि बीम नंबर 76-77 अचनाक हिलने लगे थे. जैसे ही मजदूरों की नजर इन हिलते बीम पर पड़ी, वे काम छोड़कर अपनी जान बचाने के लिए वहां से दूर भागे.
रोका गया ट्रैफिक
बीम हिलने की खबर सुनते ही ब्रिज कॉर्पोरेशन के अफसरों ने एसपी ट्रैफिक को कॉल करके नीचे से गुजर रहा टू-व्हीलर्स और पैदल चलने वालों का ट्रैफिक रुकवाया. ट्रैफिक रुकने के बाद हिल रहे दोनों बीम की जांच शुरू की गई. इस बीच बीम हिलने की खबर सुनकर मौके पर प्रशासनिक अमला भी पहुंच गया. इस घटना के सामने आने के बाद अब ट्रैफिक पुलिस ने अंडर-कंस्ट्रक्शन फ्लाईओवर के नीचे से हर तरह का ट्रैफिक रोकने की बात कही है. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने बताया कि अब जब तक सभी बीम्स की इंटरलॉकिंग का काम पूरा नहीं हो जाता, इस रूट पर सभी तरह के ट्रैफिक ब्लाक कर दिए जाएंगे.
एक्सपर्ट कमेटी ने भी बताया, हिल रही हैं बीम्स
बता दें कि पिछले दिनों हुए फ्लाईओवर हादसे में 18 की लोगों की जानें जाने के बाद, कई जांच कमेटियां बनाईं गईं. पीडब्ल्यूडी के चीफ़ इंजीनियर वाईके गुप्ता और सुनील कुमार गुप्ता की अगुवाई में बनी एक एक्सपर्ट कमेटी ने बीम्स के लगातार अपनी निर्धारित जगह से खिसकने की पुष्टि भी की है. जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि अगर कोन्त्रुक्तिओन साईट मौजूद प्रोजेक्ट इंजीनियर लगातार मॉनिटरिंग कर रहे होते तो इस हादसे को टाला जा सकता था. लेकिन रिपोर्ट आने के बाद भी लापरवाही बदसतूर जारी रही और बीम 76-77 के अपनी जगह से खिसकने की बात सामने आई.
एक्सपर्ट कमेटी ने अपनी जांच में बताया है कि पिलर पर डाले गए बीम रोजाना औसतन 1-2 मिलीमीटर खिसकते रहे. तीन महीने के दौरान ये बीम्स अपनी जगह से तकरीबन 18 सेंटीमीटर खिसक चुके थे और 15 मई की शाम अचानक नीचे गिर पड़े जिससे एक बड़ा हादसा हुआ. जांच कमेटी कंस्ट्रक्शन मटेरियल की क्वालिटी को लेकर किसी तरह का कोई शक नहीं जाहिर किया है. कमेटी ने कंस्ट्रक्शन के समय अधिकारियों की लापरवाही को हादसे का जिम्मेदार माना है.
एबीपी न्यूज़ ने भी बताया था, अभी नहीं है सुरक्षित कंस्ट्रक्शन साईट
इस बारे में हादसे के बाद एबीपी न्यूज़ ने बताया था कि किस तरह फ्लाईओवर के कंस्ट्रक्शन के लिए रखे गए बीम्स की इंटरलॉकिंग नहीं हुई है. यही नहीं हादसे वाले दिन देर रात जब सीएम योगी आदित्यनाथ मौके पर निरिक्षण के लिए पहुंचे तो उनकी सुरक्षा से भी खिलवाड़ किया गया था. लापरवाही का आलम ऐसा था देर रात जब सीएम मौके की जांच के लिए पहुंचे तो उन्हें भी इन्हीं खतरनाक हालात में ही एक्सीडेंट स्पॉट पर ले जाया गया था. निरिक्षण के समय न तो सीएम किसी तरह का प्रोटेक्टिव गियर या हेलमेट पहने हुए थे और न ही प्रशासन के अधिकारी. इससे पहले डिप्टी सीएम केशव मौर्या ने भी इन्हीं खतरे भरे हालात में इस जगह का जायजा लिया था.
दो दिन में पूरी होगी बीम्स की इंटरलॉकिंग
एक बार फिर बीम खिसकने की घटना पर वाराणसी के डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने कहा कि ब्रिज कारपोरेशन से अंडर-कंस्ट्रक्शन फ्लाईओवर के सभी बीम को दो दिन में इंटरलॉक करने के लिए कहा गया है. वहीं ब्रिज कारपोरेशन के जनरल मेनेजर एके श्रीवास्तव ने कहा कि एक्सीडेंट वाली साईट पर जल्द ही क्रास बीम डालने का काम पूरा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जो बीम इंटरलॉक नहीं की गई हैं, उनकी टेंडेंसी डगमगाने की है. उन्होंने बताया कि इसे सिक्योर करने के लिए अभी लगभग 100 से अधिक क्रास बीम डाली जानी हैं.