नई दिल्ली: इस मौसम में हर साल मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में बच्चों पर कहर बनकर टूटने वाली बीमारी इस साल भी अपना रूप दिखाने लगी है. मौसम की तल्खी और हवा में नमी के कारण संदिग्ध एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस ) और जापानी इंसेफलाइटिस (जेई) नामक बीमारी से पिछले चार दिनों में सात बच्चों की मौत हो गई.


मुजफ्फरपुर स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि पिछले 24 घंटों में संदिग्ध एइएस और जेई की वजह से चार बच्चों की मौत हो गई है, वहीं एक दर्जन नए मरीज भर्ती हुए हैं. गुरुवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) में संदिग्ध एईएस से पीड़ित आठ बच्चों को आईसीयू में भर्ती किया गया था. इलाज के दौरान ही उनमें से तीन की मौत हो गई. इसमें सरैया चकना गांव के ही तीन बच्चे शामिल थे.


मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन एस़ पी़ सिंह ने शुक्रवार को बताया कि पिछले चार दिनों के अंदर मुजफ्फरपुर में सात बच्चों की मौत हो गई है. उन्होंने बताया कि अब तक दो बच्चों की मौत एइएस से होने की पुष्टि हुई है. सिंह ने कहा कि अन्य बच्चों की मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है.


एसकेएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ़ जी़ एस़ सहनी ने बताया कि अब तक बीमार बच्चों का उपचार बीमारी के लक्ष्ण को देखते हुए किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एइएस से ग्रसित बच्चों को पहले तेज बुखार और शरीर में ऐंठन होता है और फिर ये बेहोश हो जाते हैं. इधर, एसकेएमसीएच में चिकित्सकों एवं कर्मियों की 24 घंटे ड्यूटी लगाई गई है. उन्होंने कहा कि उमस भरी गर्मी के कारण ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है.


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