पटना: दो दिन पहले पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने बिहार को सड़कों को लेकर तल्ख टिपण्णी की थी. कोर्ट ने कहा था कि क्या अब पटना-गया हाइवे पर बैलगाड़ी से चलना होगा? बुधवार को एक और वाकया सामने आया. बिहार सरकार के अपर मुख्य अधिवक्ता ने मुख्य न्यायाधीश के सामने अपने घर में हुई चोरी की एफआईआर दर्ज कराने के लिए गुहार लगाई. अंजनी कुमार ने कहा कि उन्होंने थानेदार से लेकर एसएसपी और बिहार के डीजीपी तक से संपर्क किया पर किसी ने नहीं सुनी.


'पुलिस के अधिकारी नही उठाते ज़िम्मेदारी'


पटना से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां अधिकारी आम तो क्या खास लोगों की बात को नज़रंदाज़ कर देते हैं. ये आरोप और कोई नही पटना हाइकोर्ट के अपर महाधिवक्ता अंजनी कुमार ने बिहार के मुखिया यानी डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय और जिला के वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) उपेन्द्र शर्मा पर लगाया है.


क्या है मामला?


पटना में रूपसपुर थाना क्षेत्र के सुचिता गृहम अपार्टमेंट में 18 फरवरी को अज्ञात चोरों के द्वारा दो फ्लैटों में चोरी की घटना को अंजाम दिया. इस बात की जानकारी सुचिता गृहम अपार्टमेंट में रहने वाले अपर मुख्य अधिवक्ता अंजनी कुमार को मिली. अंजनी कुमार के मुताबिक उन्होंने फौरन इसकी सूचना स्थानीय पुलिस, रूपसपुर थाना प्रभारी को दी. इसके बाद जांच अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच सिर्फ खानापूर्ति में लग गए. अधिवक्ता अंजनी कुमार को पुलिस की इस तरह की गई कार्रवाई नागवार गुजरी.


अंजनी कुमार ने सही से जांच करवाने के लिए एसएसपी उपेन्द्र शर्मा को घटना की पूरी जानकारी दी, लेकिन एसएसपी ने मामले को देख लेने की बात कह पल्ला झाड़ दिया. इसके बाद उन्होंने घटना की पूरी जानकारी डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय को दी, लेकिन पूरे पांच घंटे के बाद भी कोई जवाब ना मिलने से दुखी होकर इस मामले को अपर महाधिवक्ता ने मुख्य न्यायाधीश संजय करोल के संज्ञान में दिया.


अंजनी कुमार ने मुख्य न्यायाधीश के सामने अपनी बात को रखते हुए कहा, "न्यायपालिका में काम करने वाले व्यक्ति को पुलिस और उनके आलाधिकारी कोई जवाबदेही नहीं समझते हैं. ना ही पूर्ण रूप से किसी मामले की निष्पक्ष जांच करते है. वरीय अधिकारियों से लेकर बिहार के डीजीपी बेफिक्र हो चुके हैं तो आम आदमी का क्या हश्र होगा?"


रात में तीन फ्लैटों में हुई चोरी


वहीं पटना में चोरों का आतंक ऐसा है कि उन्हें पुलिस की जरा भी परवाह नहीं है. अपार्टमेंट के दो फ्लैटों में चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद भी चोरों की मंशा पूरी नहीं हुई. चोरों ने बगल में ही स्थित मंजू वाटिका अपार्टमेंट को भी नही बख्शा. बंद पड़े फ्लैट में भी जमकर उत्पात मचाया और चोरी की घटना को अंजाम देकर चंपत हो गए. जिसकी कंप्लेन अभी तक थाने में दर्ज नहीं की गई है और ना ही स्थानीय पुलिस को इस बात की भनक लगी.


सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई काली करतूत


चोरों द्वारा किए गए चोरी की दोनों घटनाएं सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. तीनों फ्लैटों में चोरी की घटना को अंजाम देते चार चोर दिखाई दे रहे हैं. खबर के मुताबिक इस पूरे घटनाक्रम में एक बड़ा सवाल खड़ा होता है कि चोरों ने उन्हीं फ्लैटों को निशाना बनाया जो काफी समय से बंद पड़े हुए थे. चोरी की इस घटना में किसी की मिलीभगत है या चोरों का आतंक ये पुलिस के जांच के बाद ही पता लगेगा. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.


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