बिहार: चमकी बुखार के चलते चर्चा में आए SKMCH के पीछे मिले मानव कंकाल, सरकार ने दिए जांच के आदेश
मुजफ्फरपुर के SKMCH के पीछ कई नरकंकाल मिलने से हड़कंप मच गया है. बिहार सरकार ने मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं.
पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के कहर के बीच एक चौंकाने वाली खबर आई है. जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पीछे इंसानों के कंकाल पाए गए हैं. इस मामले में बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं. मुजफ्फरपुर के डीएम आलोक रंजन घोष ने प्रशासन और संबंधित विभागों से मामले पर रिपोर्ट मांगी है.
Bihar: Muzaffarpur DM Alok Ranjan Ghosh seeks report from administration & concerned departments in connection with the finding of human skeletal remains behind Sri Krishna Medical College & Hospital (SKMCH), where 108 people have died due to Acute Encephalitis Syndrome (AES). pic.twitter.com/FWWrNLKxxk
— ANI (@ANI) June 22, 2019
वहीं कंकाल मिलने की खबर के बाद एक जांच दल उस स्थान पर पहुंचा जहां मानव कंकाल के अवशेष मिले हैं. जो जांच दल श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पहुंचा था उसने बताया है कि लावारिस शवों को उस जगह पर जलाया जाता है. अहियापुर के SHO सोना प्रसाद सिंह ने बताया, "जांच के बाद पता चला है कि लावारिस शवों को यहां जलाया जाता है. बता दें कि पिछले कुछ वक्त से मुजफ्फरपुर का श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल बदइंतजामी की वजह से चर्चा में है. एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) या चमकी बुखार से इस हॉस्पिटल में अबतक 120 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है.
Bihar: An investigating team arrives at the site where human skeletal remains were found behind SKMCH, Muzaffarpur. Sona Prasad Singh, SHO Ahiyapur, Muzaffarpur says, "After investigation it has been revealed that unclaimed dead bodies are burnt here" pic.twitter.com/iRY5Xv724K
— ANI (@ANI) June 22, 2019
लगातार जा रही है चमकी बुखार से बच्चों की जान
वहीं, पूरे बिहार में चमकी बुखार के कारण अभी तक 150 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है. चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार ज्यादा बोलने से बच रही है. चमकी बुखार से मौत को लेकर जवाब कोई नहीं दे रहा है. इन मौतों के बीच एक नई थ्योरी घूम रही है थ्योरी ये है कहीं बुखार के पीछे लीची तो नहीं. बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सबसे ज्यादा लीची का उत्पादन होता है और सबसे ज्यादा बच्चों की मौत इसी जिले में हुई है. इस बीच चमकी का चीन कनेक्शन भी निकलना शुरू हो चुका है.
चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों के मौत की वजह का न तो मेडिकल सिस्टम पता लगा पा रही है और ना ही केंद्र से लेकर राज्य सरकार कोई जवाब दे पा रही है.
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