नई दिल्ली: बिहार के बाहुबली नेता रहे आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद को कांग्रेस के बिहार प्रदेश चुनाव समिति में जगह दी गई जिसके बाद विवाद हो गया. विवाद के बाद चेतन आनंद को चुनाव समिति से हटाकर प्रचार समिति में रखा गया. हत्या के मामले में जेल में बंद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद ने हाल में ही कांग्रेस में घर वापसी की है. उनके अनुभवहीन बेटे को चुनाव समिति में जगह मिलने से बिहार कांग्रेस नेताओं को हैरानी हुई.
2014 में लवली आनंद ने छोड़ दी थी कांग्रेस
25 जनवरी को लवली आनंद ने कांग्रेस का दामन थामा था. कहा जा रहा है कि वो शिवहर से लोकसभा का चुनाव लड़ सकती हैं. राजनीति में लवली आनंद का प्रवेश सनसनीखेज था और उन्होंने 1994 में वैशाली सीट के लिए हुए उपचुनाव में दो बार की सांसद किशोरी सिन्हा को पराजित कर दिया था. सिन्हा के पति सत्येंद्र नारायण सिन्हा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री थे. लवली आनंद पहले भी कांग्रेस में थीं और वह पार्टी टिकट पर लोकसभा और विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं. दोनों चुनावों में उन्हें कामयाबी नहीं मिली. 2014 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी.
यह भी देखें