पटना: लोकसभा चुनाव में फिलहाल कुछ महीनों का समय बाकी है लेकिन आरएलएसपी मुखिया उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार की राजनीतिक सरगर्मी बढ़ाकर रखी हुई है. बिहार एनडीए में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर नाराज़ चल रहे उपेंद्र कुशवाहा को लेकर आज बड़ा दावा किया गया है. दावे पर यकीन करें तो कुशवाहा जल्द ही एनडीए का दामन छोड़कर महागठबंधन में शामिल होने जा रहे हैं.


यूं तो उपेंद्र कुशवाहा ने जिस दिन बीजेपी को 30 नवंबर तक सम्मानजनक सीटें देने का अल्टीमेटम दिया था उसी दिन स्पष्ट हो गया था कि एनडीए में कुशवाहा महज कुछ दिनों के ही मेहमान हैं लेकिन आज उनके पुराने सहयोगी रहे सांसद अरुण कुमार ने ये कहकर राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है कि उपेंद्र कुशवाहा से उनकी कोई लड़ाई नहीं है. आरएलएसपी के बागी सांसद अरुण कुमार आज महागठबंधन के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से मुलाकात करने उनके आवास पहुंचे थे. बंद कमरे में हुई कई घंटों की बातचीत के बाद उम्मीद की जा रही है कि अरुण कुमार महागठबंधन का दामन थामने जा रहे हैं.



जीतन राम मांझी से मिलने के बाद बाहर निकले अरुण कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा के भी जल्द ही महागठबंधन में शामिल होने का संकेत देते हुए कहा कि कई बार बात नहीं बनती है लेकिन अगर लक्ष्य एक हो तो घुमा-फिरा कर बात बन ही जाती है.


आरएलएसपी का साथ छोड़ चुके अरुण कुमार पिछले कई दिनों से उपेंद्र कुशवाहा के समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे हैं. दरअसल 'नीच' बयान को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है जिसमें उन्हें पुराने सहयोगी अरुण कुमार का भी साथ मिल रहा है. अरुण कुमार ने आज कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के समर्थन में बोलकर उन्होंने कोई गुनाह नहीं किया है, वो दोनों आज भी साथ ही हैं. अरुण कुमार ने सवाल पूछते हुए कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को खड़ा करने में उनका योगदान रहा है, उन्होंने जो पेड़ लगाया हैं उसको वो क्यों काटेंगे?


यही अरुण कुमार कभी उपेंद्र कुशवाहा की नीतियों से इत्तेफाक न रखते हुए आरएलएसपी से अलग हो गए थे लेकिन बिहार के बदलते राजनीतिक समीकरण में शायद उन्हें ये अंदाज़ा हो चुका है कि फिलहाल दोनों को ही एक-दूसरे की जरूरत है और साथ ही महागठबंधन की भी. इसीलिए तो अरुण कुमार नीतीश कुमार और सुशील मोदी को गद्दी से हटाने के लिए ज़हर पीने तक की बात कर रहे हैं.


अरुण कुमार ने नीतीश-मोदी की जोड़ी पर तीखा हमला बोलते हुए दोनों को 'डकैत' कह डाला और मांग की कि लालू यादव को जेल से बाहर और इन दोनों को जेल के भीतर होना चाहिए. उपेंद्र कुशवाहा और अरुण कुमार के हालिया रुख से साफ है कि दोनों नेता जल्द ही महागठबंधन में नज़र आने वाले हैं.


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