हमला तो जानलेवा था लेकिन मारने वाले से बचाने वाले के हाथ लंबे होते हैं- उपेंद्र कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट करते हुए कहा कि रालोसपा आहुत बिहार बंद को भरपूर समर्थन व सहयोग देकर शांतिपूर्ण एवं अभूतपूर्व तरीके से पूर्णतः सफल बनाने के लिए समस्त बिहार वासियों एवं महागठबंधन के सभी नेताओं, साथियों और उत्साही कार्यकर्ताओं को हृदय से बधाई.
पटना: 2 फरवरी को आक्रोश रैली के दौरान आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में आज आरएलएसपी ने बिहार बंद बुलाया. इस बंद को महागठबंधन के बाकी सहयोगी दलों ने समर्थन दिया है. पटना में महागठबंधन के नेताओं ने मार्च निकाला और चक्का जाम किया. वहीं आरएलएसपी नेता नागमणि ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार उपेंद्र कुशवाहा की हत्या करनी चाहती है इसीलिए उनपर जानलेवा हमला कराया गया. ये लड़ाई अब सिर्फ शिक्षा तक सीमित नहीं रही बल्कि इसे चुनावी मुद्दा बनाएंगे.
इस बीच उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट किया, ''हमला तो जानलेवा था, परन्तु मारने वाले से बचाने वाले के हाथ लम्बे होते हैं. हृदय से अपने उन साथियों का आभार, जिन्होंने पुलिस की लाठी और मेरे बीच आकर अपने-अपने सर फोड़वा लिए और मेरी जान बचा दी. शेष भगवान का आशीर्वाद और आप सभी की दुआएं काम आ गयी.''
अपने एक दूसरे ट्वीट में कुशवाहा ने कहा, ''रालोसपा आहुत बिहार को भरपूर समर्थन व सहयोग देकर शांतिपूर्ण एवं अभूतपूर्व तरीके से पूर्णतः सफल बनाने के लिए समस्त बिहार वासियों एवं महागठबंधन के सभी नेताओं, साथियों और उत्साही कार्यकर्ताओं को हृदय से बधाई.''हमला तो जानलेवा था, परन्तु मारने वाले से बचाने वाले के हाथ लम्बे होते हैं।
हृदय से अपने उन साथियों का आभार, जिन्होंने पुलिस की लाठी और मेरे बीच आकर अपने-अपने सर फोड़वा लिए और मेरी जान बचा दी। शेष भगवान का आशीर्वाद और आप सभी की दुआएं काम आ गयी । — Upendra Kushwaha (@UpendraRLSP) February 4, 2019
सोमवार को आरएलएसपी के इस प्रदर्शन में आरजेडी, कांग्रेस, एसपी और मुकेश सहनी की पार्टी VIP शामिल हुई. हालांकि पटना में होने के बावजूद तेजस्वी यादव और जीतन राम मांझी समेत महागठबंधन के बड़े नेताओं ने इस प्रदर्शन से दूरी बनाई. बिहार बंद का आह्वान करने के बावजूद महागठबंधन भीड़ नहीं जुटा पाई.
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