नई दिल्ली: बिहार में एनडीए में सीट बंटवारों को लेकर तनातनी है तो वहीं विपक्ष लगातार हमलावर है. इस बीच बिहार की जनता की सुध लेने वाला कोई नहीं है. बिहार की राजधानी पटना बिहार की राजधानी पटना से 180 किमी दूर रोहतास जिले के बरुआ गांव में पानी वहां के लोगों की जिंदगी को नर्क बना रहा है. ये पानी इतना खतरनाक है कि गांव वालों को अपाहिज बना रहा है.


दरअसल बिहार के बरुआ गांव के भूजल में फ्लोराइड का जहर मिला हुआ है. पानी में 0.5 मिलीग्राम प्रति लीटर से ज्यादा फ्लोराइड नहीं होना चाहिए. वहीं जहरीला फ्लोराइड बरुआ गांव के भूजल में तीन मिलीग्राम प्रति लीटर है. रोहतास जिले के बरुआ गांव में छोटी सी दुकान चलाने वाले रामलाल बिंद किसी जमाने में इलाके के जाने माने फुटबॉल खिलाड़ी माने जाते थे. लेकिन यहां पानी ने इन्हें पूरी तरह कमजोर बना दिया है. 30 साल में रामलाल को तेज दौड़ाने वाले पांवों रेंगने लायक बना दिया. प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री तक के चुनाव में वोट मांगने वाले नेता साफ पानी, बिजली और सड़क के वादे करते हैं. लेकिन 30 साल से रोहतास का बरुआ गांव को स्वच्छ पानी कोई सरकार नहीं दे पाई.


ऐसा नहीं है कि बरूआ गांव के पानी को शुद्ध करने के लिय प्रयास नहीं किया गया. मशीन लगाई गई लेकिन वो बंद पड़ी हुई है. यहां के पानी की जांच के लिए न जाने कितनी ही बार सैम्पल ले जाए गए लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. हालत ये है कि अब लोग इस गांव से पलायन करने को मजबूर हो चुके हैं, कुछ लोग तो पलायन कर भी चुके हैं. इस गांव में शादियां नहीं हो रहीं क्योंकि कोई भी अपनी बेटियों को इस गांव में नहीं भेजना चाहता. सिर्फ बरुआ गांव ही नहीं बिहार के 3000 गांवों में जहरीला पानी पीने को मजबूर हैं. बिहार की 11 लाख आबादी को सरकारें साफ पानी आज भी मुहैय्या नहीं करा पाई हैं.


बिहार के 5,96,000 घरों तक फ्लोराइड के जहर वाला पानी पहुंचता है तो वहीं बिहार के चार लाख घरों में जहरीले आर्सेनिक वाला पानी पीने की मजबूरी है. इतना ही नहीं बिहार के 23,00000 घरों को ज्यादा आयरन से प्रदूषित पानी पीने की लाचारी है. देश में प्रदूषित पानी पीने से सालाना 3,77,00000 लोगों को हड्डियों की बीमारी हो जाती है और पूरे देश में सालाना प्रदूषित पानी पीने से 2 लाख लोगों की मौत हो जाती है.


बरुआ गांव में तो अब दावा है कि खराब पानी की वजह से महिलाओं का गर्भपात तक हो रहा है. दिवाकर ओझा और उनकी पत्नी रूबी जहरीले पानी का दर्द चार बार झेल चुके हैं. दिवारकर ओझा ने बताया कि मेरी पत्नी को चार बार गर्भपात हुआ, डॉक्टर ने कहा कि इसकी वजह पानी है. बुजुर्गों की जिंदगी को जहरीला पानी लाचार बना रहा है और फ्लोराइड का जहर पीने से बच्चों की हड्डियां टेढ़ी हो रही हैं.