पटना: बिहार के आरा से शर्मसार कर देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं, जो प्रशासन को कटघरे में खड़ा करती है. पहले एक युवक की दिन-दहाड़े गला दबाकर हत्या कर दी जाती है और फिर हत्या के शक में एक महिला को निर्वस्त्र करके भरे बाज़ार घुमाया गया, घरों में आगज़नी हुई, तोड़फोड़ हुई लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी सब कुछ देखती रही. महिला को निर्वस्त्र करने और आगज़नी-तोड़फोड़ के आरोप में 15 लोग की गिरफ़्तारी तो हुई है लेकिन हत्या की गुत्थी अभी तक अनसुलझी हुई है.


ये सबकुछ बिहार के आरा डिस्ट्रिक्ट के बिहियां पुलिस थाने से महज़ कुछ ही क़दमों की दूरी पर हुआ. दिन-दहाड़े हुई इस घटना ने पुलिस प्रशासन के होने के औचित्य पर सवालिया निशान लगा रहा है. ये इकलौती घटना नहीं है जिससे प्रशासन कटघरे में खड़ा है बल्कि इससे कुछ ही देर पहले एक युवक की हत्या करके उसका शव रेलवे ट्रैक के बगल में फेंक दिया और पुलिस को हवा तक नहीं लगी.


दरअसल आरोप है कि बिहियां रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक के ठीक बग़ल में सोमवार दोपहर दामोदरपुर गांव के रहने वाले विमलेश शाह नाम के युवक का शव मिलने के बाद आक्रोशित परिजनों ने न सिर्फ़ आस-पास के घरों में आगज़नी और तोड़फोड़ की बल्कि वहां रहने वाली एक महिला को निर्वस्त्र करके सरे बाज़ार घुमाया. जिस जगह पर घटना हुई है वहां से जीआरपी थाना, बिहिया थाना और रेलवे स्टेशन चंद क़दम ही दूर है जबकि रिहायशी कालोनी बिलकुल सटी हुई है.


स्थानीय निवासी के मुताबिक़ दिन में क़रीब 1 बजे शव मिलने की सूचना मिली जिसके बाद जीआरपी थाने को इसकी जानकारी दी गई लेकिन सीमा विवाद के चलते न तो बिहिया थाने की पुलिस और न ही जीआरपी थाने की पुलिस समय पर घटनास्थल पर पहुंच पाई. इस दौरान मृतक के परिजनों ने घटनास्थल पर पहुंचकर उत्पात मचाना शुरू कर दिया.


परिजनों का आरोप था कि यहीं रहने वाले लोगों ने उनके बेटे की हत्या की थी, जिस जगह पर शव मिला था उसके ठीक सामने के घरों में आगज़नी और तोड़फोड़ की गई और वहीं रहने वाली महिला के साथ पहले मारपीट और बाद में उसे निर्वस्त्र किया गया. स्थानीय नागरिक जितेंद्र का दावा है कि जिस जगह पर युवक का शव बरामद हुआ था उसके ठीक सामने रेड लाइट एरिया है और महिला भी वहीं की रहने वाली थी. महिला फ़िलहाल पुलिस के पास है और उसके घर में ताला लगा हुआ है. स्थानीय नागरिक का कहना है कि अगर पुलिस ने समय पर पहुंचकर शव को हटा लिया होता तो इतना उत्पात नहीं होता.


आरा के बिहिया में जिस युवक की गला दबाकर हत्या हुई है वो बिहिया से क़रीब 20 किलोमीटर दूर दामोदरपुर गांव का रहने वाला था. मृतक के घर पर माहौल गमगीन है क्योंकि युवक की मौत की ख़बर सुनते ही कल उसकी छोटी बहन भी सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसने भी दम तोड़ दिया. विमलेश का परिवार ग़रीब है और दामोदरपुर गांव में मुफ़लिसी की ज़िंदगी जी रहा है. कल की घटना के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. मृतक की मां, मौसी, दादी सब बेसुध पड़े हुए हैं.


विमलेश ने मौत से पहले आख़िरी बार अपनी मां से ही फ़ोन पर बात की थी. मृतक की मां के मुताबिक़ कल 11 बजे विमलेश से उनकी बात हुई थी. विमलेश आरा एडमिशन लेने गया था, रविवार रात को वो वापस नहीं आ पाया इसलिए उसे स्टेशन पर ही रुकने को बोला था. सोमवार की सुबह वो आरा से गांव के लिए निकला था जिस समय आख़िरी बार उससे फ़ोन पर बात हुई थी. गांव के लोग विमलेश और उसकी छोटी बहन की मौत से तो दुखी हैं ही लेकिन साथ ही उन आरोपों से भी नाराज़ हैं जो उनपर लगे हैं.


आरोप है कि परिजनों ने ही बिहिया में घरों में आगज़नी और तोड़फोड़ के बाद स्थानीय महिला को निर्वस्त्र करके घुमाया था. मृतक के चाचा और बाकी गांव वालों का कहना है कि विमलेश की मौत के बाद गांव से सिर्फ़ पांच लोग ही बिहिया गए थे और आगज़नी-तोड़फोड़ के साथ ही महिला को निर्वस्त्र करने की वारदात को बिहिया के ही स्थानीय लोगों ने अंजाम दिया. लेकिन बदनाम उनके गांव को किया जा रहा है.


लेकिन जिस महिला को निर्वस्त्र किया गया था उसके बेटे का कहना है कि उसकी मां का विमलेश शाह की हत्या से कोई लेना-देना नहीं है. जिस वक़्त ये घटना हुई वो सो रहा था. इससे पहले उसने आज तक विमलेश को कभी नहीं देखा था. बेटे के मुताबिक़ जैसे ही वो सोकर उठा तो उसकी मां ने उससे घर से बाहर निकलने को मना किया और कहा कि बाहर हत्या हुई है. थोड़ी ही देर में भीड़ ने उनके घर पर हमला कर दिया. पहले तोड़फोड़ और आगज़नी की बाद में उसकी मां के कपड़े फाड़ दिए. बेटे का कहना है कि अगर उसकी मां दोषी है तो उसे सज़ा दी जाए और अगर वो बेक़सूर है तो उसे इंसाफ़ दिलाया जाए. बेटे का कहना है कि उस भीड़ में कुछ स्थानीय लोग भी शामिल थे.


वहीं भोजपुर ज़िलाधिकारी संजीव कुमार का दावा है कि विमलेश शाह की हत्या गला दबाकर की गई है. गले की हड्डी टूटी हुई है. हत्या के दोषियों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. महिला से मिली जानकारी के मुताबिक़ महिला युवक को नहीं जानती थी. महिला को निर्वस्त्र घुमाने के आरोप में अब तक कुल 15 लोगों की गिरफ़्तारी हुई है. महिला अनुसूचित वर्ग की है इसलिए उसे सभी सहायता मुहैया कराई जाएगी और आरोपियों पर SC/ST एक्ट के तहत मुकदमा चलेगा. वीडीयो फ़ुटेज के आधार पर और लोगों की पहचान की जा रही है. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कुछ लोगों ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश की लेकिन इनमें कोई नेता शामिल है या नहीं ये अभी जांच का विषय है. प्रथम दृष्ट्या ऐसा नहीं लगता कि महिला का युवक की हत्या में कोई हाथ है.