पटना: बिहार में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के साथ सत्ता में शामिल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जयसवाल ने अपनी ही सरकार में हो रही अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाई है. उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जांच कराने की मांग की है. बता दें कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने पश्चिम चंपारण में 14 हजार ग्रामीण सड़कों के निर्माण में इंजीनियर, ठेकेदार और राजनेता की मिलीभगत को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. बिहार बीजेपी के अध्यक्ष और सांसद डॉ संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में 14 हजार ग्रामीण सड़कों में खामियों (अनियमितता) का जिक्र किया है.


डॉ संजय जयसवाल ने लिखा है, "एक प्रमाण मेरे संसदीय क्षेत्र पश्चिम चंपारण के मझौलिया प्रखंड के बवइया-सिखैया पथ (प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना) का है. वर्ष 2017-18 में बिना निर्माण कार्य प्रारंभ किए 14 दिसंबर 2018 को 29 लाख 33 हजार 455, 15 जनवरी 2019 को 46 लाख 90 हजार 559 और 18 फरवरी 2019 को 18 लाख 75 हजार 986 यानी कुल 95 लाख रुपये का अग्रिम भुगतान इंजीनियर की मिलीभगत से गबन की नीयत से ठेकेदार को किया गया."


राजनेताओं के मिले होने की बात भी कही


बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने पत्र में स्पष्ट कहा है कि उनकी जानकारी में ये बात आई है कि इस गबन को वैध रूप देने के लिए इंजीनियर के साथ राजनेता भी मिले हुए हैं. उन्होंने पत्र में आगे लिखा, "आश्चर्य की बात है कि जिस इलाके में कभी बाढ़ आई नहीं उसे भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र दिखाकर निर्माण कार्य बाढ़ में बह जाने को वैध रूप देकर पूरी राशि गबन करने का प्रयास किया जा रहा है."


संजय जयसवाल ने छह नवंबर को लिखे पत्र में कहा कि मुख्यमंत्री कुमार को इस मामले में इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ त्वरित कार्रवाई किए जाने का आदेश देना चाहिए. उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि संबंधित विभाग के सचिव को इस मामले में कार्रवाई किए जाने का आदेश देते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी उन्हें भी उपलब्ध कराई जाए.


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