प्रशांत किशोर पर पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव को प्रभावित करने का आरोप, जेडीयू-बीजेपी आमने सामने
बीजेपी के विधान पार्षद डॉ संजय पासवान, विधायक अरुण सिन्हा, नितिन नवीन और संजीव चौरसिया ने संयुक्त प्रेस बयान जारी कर जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर पर बिना नाम लिए निशाना साधा है. अपने बयान में उन्होंने कहा है कि कुछ इवेंट मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स की सेवा लेकर छात्रसंघ चुनाव को प्रभावित किया जा रहा है.
पटना: पटना विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में जेडीयू छात्र विंग का पताका लहराने के लिए प्रशान्त किशोर ने पूरी ताकत झोंक दी है लेकिन मामला तब उलझ गया जब उनका मुकाबला बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी से हो गया. छात्रों के बीच इस कदर विवाद बढ़ा की मारपीट हो गई. ऐसे में मुकदमेबाजी हो गई. मुकदमा तक तो ठीक था लेकिन एबीवीपी के दफ्तर में पुलिस पहुंच गई तो बीजेपी नेताओं को ये बात नागवार गुजरी. बीजेपी के तीन विधायक ने प्रेस रिलीज जारी कर प्रशान्त किशोर पर उनका नाम लिए बगैर हमला बोल दिया. पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के बहाने जेडीयू और बीजेपी भी आमने सामने है. पांच दिसंबर को छात्रसंघ का चुनाव है.
बीजेपी के विधान पार्षद डॉ संजय पासवान, विधायक अरुण सिन्हा, नितिन नवीन और संजीव चौरसिया ने संयुक्त प्रेस बयान जारी कर जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर पर बिना नाम लिए निशाना साधा है. अपने बयान में उन्होंने कहा है कि कुछ इवेंट मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स की सेवा लेकर छात्रसंघ चुनाव को प्रभावित किया जा रहा है. इसमें पुलिस-प्रशासन का भी प्रयोग किया जा रहा है.
इस मामले पर जब एबीपी न्यूज़ ने जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ये लोग ओवर रियेक्ट कर रहे हैं. इसमें प्रशांत किशोर कहीं नहीं हैं. ये लोग बौखलाहट में इस तरह का बयान दे रहे हैं. हालांकि जब इसी मामले पर बीजेपी प्रवक्ता अशोक सिन्हा से बात की तो उन्होंने कहा कि इसमें अन्य लोगों का कूदना गलत है. अगर कोई इवेंट मैनेजर इसमें आ जाए तो यह गलत है. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि एबीवीपी नेताओं के ऊपर प्रशासनिक दबाव बनाना जा रहा है, जो गलत है.
एबीवीपी के छात्र नेता भी प्रशांत किशोर पर निशाना साध रहे हैं. छात्र नेता विक्की राय ने तो प्रशांत किशोर को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे सहानुभूति लेने के लिए कॉलेज कैंपसों में लड़ाई-झगड़े भी करवा रहे हैं. पटना विश्वविद्यालय प्रशांत किशोर को ऐसा करारा जवाब देगा कि आने वाले समय में वो मुखिया का चुनाव भी नहीं लड़वा पाएंगे.
हालांकि छात्र जेडीयू अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मोहित प्रकाश चुनाव में प्रशांत किशोर की भूमिका से इंकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि जो लोग ऐसा कह रहे हैं वो खुद ही यह सब कर रहे हैं और दोषारोपण हमारे उपर कर रहे हैं. बता दें कि इन दोनों सहयोगी पार्टियों के छात्र संगठन के बीच की लड़ाई में आरजेडी भी कूद पड़ी है. आरजेडी प्रवक्ता भाई बीरेंद्र ने कहा कि जितना भी गलत काम है, यह सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जिम्मे है. उन्होंने बिना नाम लिए प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का मैनेजर जैसे-जैसे सीखा रहा है, वैसे-वैसे वो काम कर रहे हैं. इन लोगों का छात्र संगठन के चुनाव में कूदना जायज नहीं है.
इन सब के बीच चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर सवालों के घेरे में हैं. दिलचस्प बात ये है कि परदे के पीछे क्या वाकई प्रशान्त किशोर ही जेडीयू के छात्र संगठन को मजबूत कर रहे हैं. हालांकि इन आरोप-प्रत्यारोप पर प्रशांत किशोर खुद कुछ नहीं कह रहे हैं.
यह भी देखें