पटना: इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में इस साल रिजल्ट में गड़बड़ियों को लेकर बिहार बोर्ड छात्रों के विरोध का सामना कर रहा है. इस बीच बोर्ड ने आज कहा कि प्रभावित छात्रों को 16 जून तक अपनी आंसर शीट की जांच का अवसर मुहैया कराया जा रहा है. बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) ने प्रेस रिलीज में कहा कि आवेदकों के कुछ मामलों में जांच में उनके कुछ अंक बढ़ सकते हैं. कुछ मामलों में घट भी सकते हैं.


इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी पटना में बीएसईबी ऑफिस के बाहर पिछले कुछ दिनों से धरना दे रहे हैं. उनमें से कई ने दावा किया है कि उन्होंने जेईई और नीट जैसी प्रतियोगिता परीक्षाएं पास कर ली हैं लेकिन इंटरमीडिएट में कम अंक आने की वजह से काउंसेलिंग में हिस्सा लेने से वंचित रह सकते हैं. बीजेपी के वरिष्ट सांसद सीपी ठाकुर सहित कई नेताओं ने इसकी आलोचना की है. ठाकुर ने कहा कि बिहार में परीक्षा तंत्र अब भी खस्ताहाल है.


बहरहाल परीक्षार्थियों के पिछले साल जितना अंक आने या कुल अंक से ज्यादा अंक मिलने की मीडिया में आए कई मामलों का हवाला देते हुए बीएसइबी ने साफ किया कि यह उन्हीं उम्मीदवारों का है जिन्होंने अंक सुधारने के लिए इस बार फिर से परीक्षा दी थी.