बिहार बोर्ड पिछले कई साल से परीक्षा में नकल और परिणाम में गड़बड़ियों को लेकर सुर्खियां बटोरता रहा है. इस बार भी बारहवीं की परीक्षा के रिजल्ट को लेकर भी बिहार बोर्ड सुर्खियों में है. दरअसल नंबरों में गड़बड़ी को लेकर बिहार बोर्ड की फजीहत हो रही है. ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें कई होनहार छात्रों को फेल कर दिया गया है, जिन्हेंने प्रतियोगी परीक्षाओं में शानदार सफलता हासिल की है. फेल हुए छात्र आज रविवार होने के बावजूद बिहार बोर्ड के दफ्तर पहुंचे. ये छात्र परीक्षा की स्क्रूटनी का आवेदन देने के लिए पहुंचे थे. छात्रों का तो यहां तक आरोप है कि बोर्ड की वेबसाइट ही नहीं काम कर रही है इसीलिए वो ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे हैं.


'नीट' क्लियर कर चुके छात्र सुमित कुमार को मिले 35 में से 5 नम्बर 


मेडिकल में दाखिले के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा 'नीट' क्लियर कर चुके छात्र सुमित कुमार को बिहार बोर्ड ने फेल कर दिया है. सुमित को केमिस्ट्री की थ्योरी में में 35 में से 5 नम्बर मिले हैं और ऑब्जेक्टिव में 35 में से 8 नम्बर दिया गया है. जबकि सुमित कुमार को "नीट" में केमिस्ट्री में 180 में से 121 नम्बर मिले हैं. सुमित ने सीबीएसई से हाईस्कूल की पढ़ाई की है जिसमें सुमित को 10 CGPA मिला था लेकिन सुमित को बिहार बोर्ड ने केमिस्ट्री में ही फ़ेल कर दिया है.


संदीप को अंग्रेजी की थ्योरी में बोर्ड ने दिया जीरो नम्बर


वहीं एक और छात्र संदीप राजभर को कुल 500 में से 336 अंक मिले हैं लेकिन 67.2 फ़ीसदी अंक मिलने के बावजूद संदीप को अंग्रेजी की थ्योरी में जीरो नम्बर दिया गया है. संदीप का दावा है कि उन्होंने बिहार बोर्ड की दसवीं में 72 फ़ीसदी अंक लाए थे लेकिन बारहवीं के नतीजों पर उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा है. कॉपियां जांचने में खामी की शिकायत पूरे बिहार से आ रही हैं लेकिन बिहार बोर्ड की वेबसाइट ही ठप है. छात्र ऑनलाइन स्क्रूटनी के लिए आवेदन ही नहीं कर पा रहे हैं.