बिहार बोर्ड के 12वीं के नतीजे कल, टॉपर्स घोटाले से बचने के लिए फुलप्रूफ तैयारी
बिहार बोर्ड के सूत्रों के मुताबिक़ फाइनल मेरिट लिस्ट बनाने से पहले हर विषय के टॉप 20 छात्रों की कॉपियों की कई-कई बार जांच कराई गई है. साथ ही टॉपर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन भी किया गया है.
पटना: बिहार बोर्ड की 12वीं की साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स के नतीजे 6 जून को शाम 4.30 बजे घोषित किए जाएंगे. इस साल तीनों विषयों में कुल मिलाकर 12 लाख सात हज़ार छात्रों ने फॉर्म भरे थे. इनकी क़िस्मत का फैसला कल शाम को होगा. पिछले साल बिहार बोर्ड के बारहवीं के नतीजे बेहद ही खराब रहे थे. क़रीब 36 फ़ीसदी बच्चे ही पास हो पाए थे और लगातार दूसरे साल बिहार बोर्ड को टॉपर घोटाले का दंश झेलना पड़ा था.
बिहार बोर्ड के 12वीं के नतीजे इन वेबसाइट्स पर देखे जा सकते हैं
1- www.bsebssresult.com/bseb
2- biharboardonline.bihar.gov.in
3- biharboard.ac.in
एबीपी न्यूज़ ने ही पिछले साल टॉपर घोटाले का ख़ुलासा किया था. इसमें आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार ने अपनी उम्र छिपाकर बारहवीं की परीक्षा दी थी. वह टॉपर तो बन गया था लेकिन उसे उन विषयों की पूरी जानकारी तक नहीं थी जिसमें उसने सबसे ज़्यादा नम्बर लाए थे. एबीपी न्यूज़ के इस ख़ुलासे के बाद बिहार बोर्ड ने गणेश कुमार का रिज़ल्ट रद्द करके उसे जेल भिजवा दिया था.
इस बार ऐसे किसी भी कलंक से बचने के लिए बिहार बोर्ड ने काफी सतर्कता बरती है. बिहार बोर्ड के सूत्रों के मुताबिक़ फाइनल मेरिट लिस्ट बनाने से पहले हर विषय के टॉप 20 छात्रों की कॉपियों की कई-कई बार जांच कराई गई है. साथ ही टॉपर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन भी किया गया है. फिजिकल वेरिफिकेशन में टॉपर्स की हैंड राइटिंग से लेकर उनके दस्तावेजों का मिलान कराया गया है. यही वजह है कि इस बार नतीजे घोषित करने में बोर्ड ने काफी समय लगाया है.
बोर्ड सूत्रों के मुताबिक इस साल पिछली बार से बेहतर नतीजे देने के लिए बिहार बोर्ड ने छात्रों के लिए ग्रेस मार्क्स की भी व्यवस्था की है. मसलन अगर किसी छात्र ने कुल 75 फ़ीसदी अंक पाए हैं लेकिन किसी एक विषय में फ़ेल हो गया है तो उसे अधिकतम 10 ग्रेस मार्क देकर पास करने की व्यवस्था है. हालांकि भाषा विषय में फ़ेल होने पर कोई ग्रेस मार्क नहीं मिलेगा.