पुलिसवालों को फ्री में सब्जी देने से इंकार किया तो नाबालिग को भेजा जेल, नीतीश ने दिए जांच के आदेश
अगमकुआं थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुलिसकर्मियों को पंकज ने मुफ्त सब्जी देने से इनकार कर दिया था. पंकज के पिता सुखल पासवान का आरोप है कि पुलिस ने लूट/डकैत और अवैध हथियार का झूठा मामला दर्ज कराया. एफआईआर में 18 साल का जिक्र कर जेल भेज दिया, क्योंकि पंकज ने मुफ्त में सब्जी देने से इंकार कर दिया था.
पटना: बिहार की राजधानी पटना में एक नाबालिग लड़के ने पुलिस वाले को मुफ्त में सब्जी नहीं दी तो उसे झूठे आरोप में जेल भेज दिया. आरोप है कि इसी साल मार्च में पुलिसकर्मियों को मुफ्त में सब्जी नहीं देने की वजह से 14 साल के सब्जी बेचने वाले एक दलित लड़के को गिरफ्तार किया. 14 साल का पंकज कुमार पिछले तीन महीनों से बेउर जेल में कैद है. इस मामले पर सीएम नीतीश कुमार ने आज संज्ञान लिया और 48 घंटे के भीतर जांच कर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है.
दरअसल अगमकुआं थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुलिसकर्मियों को पंकज ने मुफ्त सब्जी देने से इनकार कर दिया था. पंकज के पिता सुखल पासवान का आरोप है कि पुलिस ने लूट/डकैत और अवैध हथियार का झूठा मामला दर्ज कराया. एफआईआर में 18 साल का जिक्र कर जेल भेज दिया, क्योंकि पंकज ने मुफ्त में सब्जी देने से इंकार कर दिया था.
सुखल पासवान दावा करते हैं कि पंकज एक नाबालिग है और उसे जेल भेजा गया है. जबकि पुलिस का दावा है कि पंकज को बाइक लिफ्टर गिरोह के सदस्यों के साथ पकड़ा गया था. पीड़ित के पिता ने 20 मार्च को जब अपने बेटे के इस केस के बारे में सुना तब सीएम, गवर्नर और पुलिस अधिकारियों सहित सभी को खत लिखा.
वहीं पंकज का आरोप है कि उसपर बुरी तरह से हमला किया गया था और उसे एक खाली कागजात पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया था. पंकज ने यह बात अपने पिता को बताई. पीड़ित के पिता ने कहा कि पुलिस ने उसके बेटे को जबरदस्ती उठाया है. किसी ने मेरी मदद नहीं की, साथ ही पुलिस ने दुर्व्यवहार किया. उनकी मांग है कि पुलिसकर्मियों को दंडित किया जाना चाहिए.
पंकज अपने पिता के साथ महात्मा गांधी नगर क्षेत्र में एक किराये के मकान में रहता था और सड़क के किनारे सब्जी बेचता था. पटना के आईजी नैय्यर हसनैन खान ने इस मामले की जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया.