Bihar Bypoll Results: जेडीयू ने कहा- इसी तरह की हार के बाद दोबारा मजबूत होकर लौटे थे
बिहार में पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे. एनडीए की तरफ से इसमें से चार पर जेडीयू और एक पर बीजेपी लड़ रही थी. जेडीयू सिर्फ एक ही सीट जीत पाई. बीजेपी भी चुनाव हार गई.
Bihar Bypoll Results: बिहार में विधानसभा की पांच सीटों पर हुए उपचुनाव जेडीयू के उम्मीदों पर खरा नहीं उतरे. इस बीच नीतीश कुमार ने जोर दिया कि उनकी पार्टी ने पहले भी इस तरह के झटकों के बाद मजबूती के साथ वासपी की है. बता दें कि पांच विधानसभा सीटों में से चार पर जेडीयू और एक पर बीजेपी चुनाव लड़ रही थी. इसमें से जेडीयू महज एक सीट ही जीत पाई.
जिन पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे उनमें किशनगंज, सिमरी बख्तियारपुर, नाथनगर, बेहलर और दरौंदा विधानसभा सीट शामिल थे. इसमें से नाथनगर सीट पर जेडीयू ने जीत दर्ज की. किशनगंज सीट पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने जीत दर्ज की है. इसे रेखांकित करते हुए जेडीयू ने कहा कि अब राष्ट्रीय जनता दल- कांग्रेस गठबंधन को अकेले राज्य के मुसलमानों का समर्थन हासिल नहीं है.
उपचुनाव नतीजों पर तेजस्वी यादव बोले- नया बिहार बनाने वाला नया नेतृत्व चाहिए
जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि जनादेश सर्वोच्च है और उसके आगे नतमस्तक हैं लेकिन हम याद दिलाना चाहते हैं कि 2009 में हुए विधानसभा उपचुनाव में भी हमें ऐसी ही हार मिली थी और उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में हम पहले से कहीं मजबूत होकर लौटे. उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि हम उपचुनाव के नतीजों पर लीपापोती कर रहे हैं. हम पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे और सरकार की उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाने में कमियों की पहचान करेंगे.
राजीव रंजन ने कहा, जहां तक विरोधी खेमे की बात है तो उन्हें इतनी जल्दी जश्न नहीं मनाना चाहिए. मुस्लिम बहुल किशनगंज में आश्चर्यजनक रूप से एमआईएमआईएम ने कांग्रेस के प्रत्याशी को हराया जिसका समर्थन आरजेडी कर रही थी. इससे साफ हो गया है कि दोनों दल को अल्पसंख्यक समुदाय का समर्थन नहीं है. विपक्ष की ओर से पार्टी के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए नीतीश कुमार का इस्तीफा मांगे जाने पर उन्होंने पलटवार करते हुए सवाल किया कि क्यों नहीं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा दे देते?
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