बिहार: कम सीटें मिलने पर भी समझौते का इशारा, चिराग पासवान ने पिता के लिए मांगी राज्यसभा की सीट
चिराग ने कहा, ''मैं अपनी तरफ से जरूर यह बोलूंगा कि मेरी चाहत यह है कि वो राज्यसभा से चुनाव लड़ें. क्योंकि देशभर में उनकी लोकप्रियता का लाभ ले सकते हैं.''
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पटना: बिहार में एनडीए में बीजेपी और जेडीयू बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने को राजी हैं और अब उपेंद्र कुशवाहा और रामविलास पासवान धीरे धीरे अपना पत्ते खोलने लगे हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अगर अमित शाह से बात नहीं बनी तो पीएम नरेंद्र मोदी से बात करूंगा तो उधर चिराग पासवान ने अपने पिता के लिए एक राज्य सभा की सीट मांग ली.
चिराग पासवान इस बात से आश्वस्त थे कि हर हाल में बाज़ी उनके हाथ होगी. सीटों के सम्मानजनक समझौता को लेकर निश्चिंत हैं लेकिन अपने पिता को राज्यसभा भेजे जाने की बात कहकर लोकसभा में कम सीट मिलने पर भी समझौता करने का इशारा कर दिया. हाजीपुर से रामविलास के चुनाव नहीं लड़ने पर चिराग पासवान ने कहा कि इसके ऊपर मैं ज्यादा नहीं बोलूंगा. राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस बात का फैसला लेना है.
चिराग ने कहा, ''मैं अपनी तरफ से जरूर यह बोलूंगा कि मेरी चाहत यह है कि वो राज्यसभा से चुनाव लड़ें. क्योंकि देशभर में उनकी लोकप्रियता का लाभ ले सकते हैं. आने वाले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भी उनका बहुत बड़ा जनाधार है. झारखंड में भी जनाधार है तो हम चाहते हैं कि वे देशभर में घूमें. मेरी चाहत यही है. बहरहाल राष्ट्रीय अध्यक्ष इसके लिए तैयार नहीं हैं तो मैं टिप्पणी नहीं करूंगा. अंत में फैसला उन्हें ही लेना है.''
उधर सोमवार दिल्ली जाने से पहले पटना एयरपोर्ट पर उपेंद्र कुशवाहा ने सीटों के बंटवारे पर मीडिया से दो टूक कहा कि वे जरूरत पड़ने पर पीएम मोदी से बात करेंगे. वहीं तेजस्वी यादव से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि उसमें ऐसा कुछ नहीं है. हमने लगातार बात की है और कहा है कि नरेंद्र मोदी को भारत का अगला प्रधानमंत्री कम से कम पांच सालों के लिए देश हित में होना जरूरी है. इस दृष्टि से हमारी पार्टी काम कर रही है आगे भी करेगी.'' वहीं सीटों की संख्या पर उन्होंने कहा कि हम क्या चाहते हैं वह मीडिया के माध्यम से नहीं बल्कि जहां वार्ता का टेबल होगा वहां चर्चा करेंगे.
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