पटना: बिहार में सत्तारूढ़ जेडीयू और बीजेपी के बीच सीटों को लेकर जारी तकरार को कल नीतीश कुमार और अमित शाह ने डिनर और ब्रेकफास्ट पर कम करने की कोशिश की. नीतीश का डिनर काफी खास था. दरअसल, करीब आठ साल पहले नीतीश कुमार ने बीजेपी नेताओं के लिए आयोजित होने वाले डिनर को अचानक रद्द कर दिया था. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करने वाले थे. तमाम राजनीतिक अटकलों के बाद नीतीश ने बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए से 17 साल पुराना संबंध तोड़ लिया था.


अब बिहार में एक बार फिर राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं. बीजेपी और जेडीयू दोनों 2019 लोकसभा चुनाव फतह की कोशिश में जुटी है. इसमें सिर्फ एक बाधा है सीटों पर सहमति न बन पाना. नीतीश की पार्टी जेडीयू अधिक सीटों की मांग कर रही है. वहीं एनडीए की अन्य सहयोगियों एलजेपी और आरएलएसपी को ध्यान में रखकर बीजेपी फिलहाल पत्ते नहीं खोल रही है.


हालांकि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद माना जा रहा है की सीटों पर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई और सहमति आगे बन जाएगी. अमित शाह और नीतीश कुमार के डिनर के बाद दोनों नेताओं ने अकेले में भी मुलाकात की और लगभग चालीस मिनट तक दोनों नेताओं में बातचीत हुई. नीतीश कुमार और अमित शाह की मुलाकात के बाद जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ट नारायण सिंह ने कहा की दोनों नेताओं की मुलाकात काफी अच्छी रही. खाने का भी अच्छा इंतजाम था. सियासी बातें नीतीश और शाह के बीच बन्द कमरे में हुई हैं तो जो बातें हुई वो नीतीश कुमार या अमित शाह ही बताएंगे.


इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष शाह ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्षी महागठबंधन 'लार टपकाता रहे' मगर नीतीश कुमार के साथ गठबंधन नहीं टूटेगा. उन्होंने दावा किया कि अगले लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 में से 40 सीटें एनडीए जीतेगा. कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए उन्होंने कहा, "हमने जिस जीत की आदत डाली है, उसे बनाए रखना होगा."


नाश्ते से शुरू हुई बात


सीटों के बंटवारे को लेकर बयानबाजी के बीच कल सुबह नाश्ते पर हुई बैठक के दौरान दोनों के मुस्कुराते चेहरों को कैमरों में कैद किया गया. मुख्यमंत्री ने बीजेपी अध्यक्ष से राजकीय अतिथि गृह में मुलाकात की जहां दोनों ने एकसाथ सुबह का नाश्ता किया. शाह एकदिवसीय दौरे पर पटना आये थे.


शाह के हवाईअड्डे से अतिथि गृह पहुंचने के कुछ मिनट के अंदर नीतीश कुमार वहां पहुंचे. बिहार प्रभारी और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने मुख्य द्वार पर नीतीश कुमार का गर्मजोशी से स्वागत किया और वह कुमार को उस कक्ष तक लेकर गये जहां शाह मौजूद थे. शाह, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय की मौजूदगी में कुमार ने इस मौके पर मौजूद फोटोग्राफरों के लिये मुस्कुराकर तस्वीरें खिंचाईं.



सुबह के नाश्ते की बैठक समाप्त होने पर बाहर आते वक्त शाह के साथ बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद, राधा मोहन सिंह और राम कृपाल यादव उपस्थित थे. कुमार ने भले ही मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब नहीं दिया लेकिन राजकीय अतिथि गृह से उनका मुस्कुराते हुये बाहर आना गठबंधन के सहयोगी दलों के बीच मधुर संबंधों का इशारा करता है.


बिहार में डिनर के बाद नीतीश और अमित शाह की बंद कमरे में हुई 40 मिनट मुलाकात


दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं के बीच गर्मजोशी दिखना 2010 में बीजेपी के नेताओं के लिये कुमार द्वारा रात्रिभोज रद्द करने का विरोधाभासी है. आठ साल पुरानी इसी घटना के बाद अंतत: जदयू जुलाई 2013 में गठबंधन से बाहर हो गयी थी और उसने राजग से अपना 17 साल पुराना संबंध तोड़ दिया था.


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