पटना: राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने कहा कि अपनी पार्टी के अंदर नेताओं से राय मशविरा कर रहे हैं, सभी से उनकी राय जानने के बाद ही अपना स्टैंड साफ करेंगे. बता दें कि जेडीयू से उलट उसकी सहयोगी बीजेपी पूरे देश में एनआरसी लागू करने की पैरवी करती रही है.
जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार से पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखण्ड में भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी नेता भानू प्रताप शाही के साथ मंच पर दिखे? तो नीतीश कुमार ने इसपर कुछ भी बयान नहीं दिया. पिछले दिनों एक चुनावी सभा में पीएम मोदी ने बीजेपी उम्मीदवार शाही के लिए वोट करने की अपील की थी.
नीतीश कुमार ने पीएम मोदी और अमित शाह से जुड़ी किसी भी बात पर प्रतिक्रिया नहीं दी. हालांकि नीतीश ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले पूर्व बीजेपी नेता सरयू राय के टिकट कटने पर मायूसी और आश्चर्य जाहिर किया.
उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर साफ कहा कि इसके लिए किसी पॉलिसी की ज़रूरत नहीं है, प्रजनन दर को अगर कम करना है तो लड़कियों को शिक्षित करना होगा, जबरदस्ती की कोई ज़रूरत नहीं है, बिहार में इस पर बड़े पैमाने पर काम कर रहे हैं. नीतीश कुमार ने बताया कि वो 3 दिसंबर के बाद से जल, जीवन और हरियाली यात्रा पर निकल रहे हैं, इस बार अपने किए गए कार्यों की समीक्षा करेंगे और जन सभा भी करेंगे.
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पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा केंद्रीय विद्यालय नहीं खुलने को लेकर आमरण अनशन पर बैठे हैं, इसको लेकर नीतीश ने कहा कि उन्हें नहीं पता कौन क्या कर रहा है और केंद्रीय विद्यालय से राज्य सरकार का कोई लेना देना नहीं है, वहीं शराबबंदी पर नीतीश ने कहा कि आने वाले दिनों में इसे और कड़ाई से लागू करेंगे.
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