पटना: गुजरात में बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लोगों पर हुए हमलों के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि पूरी घटना पर हमारी नजर बनी हुई है. उन्होंने कहा, ''मैंने इस संबंध में गुजरात के मुख्यमंत्री से कल बात की. हम संपर्क में बने हुए हैं. पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं. जिसने भी अपराध (रेप की वारदात) किया उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए. लेकिन जो निर्दोष हैं उनके साथ गलत नहीं होना चाहिए.''





आपको बता दें कि 28 सितंबर को गुजरात के साबरकांठा में नाबालिग लड़की से रेप के आरोप में बिहार के एक मजदूर को गिरफ्तार किया गया था. इसी गिरफ्तारी के बाद स्थानीय संगठनों ने बिहार, यूपी और मध्य प्रदेश के लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. कई जगहों पर धमकियां दी गई और हमले किये गए. डर से हजारों लोग गुजरात छोड़ चुके हैं.


जानिए, उस रेप की घटना को जिसकी वजह से गुजरात छोड़ भाग रहे हैं बिहार-यूपी वाले


बिहार-यूपी के लोगों पर हुए हमले को लेकर पूर्व-उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा, ''यूपी,बिहार के लोगों को पीटने वालों गुजरात के लम्पट संघियों समझ लो, प्रधानमंत्री यूपी से चुनाव जीते हैं. मोदी जी, आप देश के प्रधानमंत्री हैं. इस मुद्दे पर आपकी चुप्पी ख़तरनाक है. आपके राज्य के लोग ग़ैर-गुजरातियो को पीटकर भगा रहे है. क्या यही है आपका Team India और सबका साथ, सबका विकास?''


इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुजरात के विजय रुपानी सरकार से रिपोर्ट मांगी है. सूत्रों के मुताबिक, गुजरात सरकार ने केंद्र से कहा है कि दोषियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है. कल गुजरात के डीजीपी ने बताया था कि गैर-गुजरातियों पर कथित तौर पर हमला करने के मामलों में गुजरात के विभिन्न भागों से पुलिस ने अब तक 342 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.


गुजरात: हमले के बाद उत्तर भारतीयों का पलायन जारी, संजय निरूपम की पीएम को धमकी


पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शिवानंद झा ने बताया,‘‘मुख्य रूप से छह जिले (हिंसा से) प्रभावित हुए है. मेहसाणा और साबरकांठा सबसे अधिक प्रभावित हुए है. इन जिलों में, 42 मामलें दर्ज किये गये है और अब तक 342 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जांच के दौरान आरोपियों के नाम सामने आने के बाद और लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा.’’ उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में राज्य रिजर्व पुलिस (सीआरपी) की 17 कंपनियों को तैनात किया गया है.