बिहार: टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस नेता शकील अहमद ने प्रवक्ता पद से दिया इस्तीफा, कल निर्दलीय नामांकन भरेंगे
शकील अहमद मधुबनी सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं. इस बार ये सीट कांग्रेस के खाते में ऩहीं गई. ये सीट मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को दी गई है. यहां 6 मई को वोटिंग होगी.
Lok Sabha Election 2019: बिहार कांग्रेस के सीनियर नेता शकील अहमद ने खुली बगावत कर दी है. वे कल मधुबनी लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरने जा रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से इस्तीफा भी दे दिया है. उन्होंने कहा कि वे अपना इस्तीफा पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज रहे हैं. शकील अहमद यहां से दो बार सांसद रहे चुके हैं.
दरअसल शकील अहमद मधुबनी सीटे से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन आरजेडी इसके लिए तैयार नहीं थी. महागठबंधन में सीट बंटवारे के तहत मधुबनी सीट मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के खाते में चली गई जिससे शकील अहमद नाराज हो गए. वीआईपी की तरफ से बद्री कुमार पूर्वे ने नामांकन दाखिल किया है. इस सीट पर पांचवे चरण के तहत 6 मई को वोटिंग होनी है.
शकील अहमद ने ट्वीट किया, ''जैसा कि मैनें ये फैसला किया है कि कल मधुबनी सीट से नामांकन भरने जा रहा हूं. मैं कांग्रेस के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे रहा हूं. मैं अपना इस्तीफा पार्टी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज रहा हूं.''
As I have decided to file my nomination papers tomorrow from Madhubani Parliamentary Constituency in Bihar, I’m resigning from the post of Senior Spokesperson of AICC. I’m sending my resignation to Congress President Shri @RahulGandhi .
— Shakeel Ahmad (@Ahmad_Shakeel) April 15, 2019
मधुबनी लोकसभा सीट बिहार के मिथिलांचल रीजन में आती है. 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के हुकम देव नारायण यादव ने 3 लाख 58 हजार 040 वोट हासिल किये थे और 20 हजार 535 वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी. मधुबनी लोकसभा सीट पर दूसरे स्थान पर राष्ट्रीय जनता दल के अब्दुल बारी सिद्दिकी रहे थे जिन्होंने 3 लाख 37 हजार 505 वोट हासिल किये थे. जनता दल (यूनाइटेड) के गुलाम घोष 56 हजार 392 वोट पाकर तीसरे तो शिव सेना के कुमारी रीता 30 हजार 942 वोट पाकर चौथें स्थान पर रही थीं.