बिहार: कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा बोले- महागठबंधन में दूरी पाटने की जरूरत, तेजस्वी सिर्फ आरजेडी के सीएम उम्मीदवार
एबीपी न्यूज़ से बातचीत में मदन मोहन झा ने कहा कि अभी तक सीटों के बंटवारे पर चर्चा नहीं हुई है. इस पर कोई भी फैसला आलाकमान लेगी.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन को एक साथ बनाए रखने की चुनौती बढ़ गई है. तेजस्वी यादव को आरजेडी ने अपनी पार्टी का सीएम का चेहरा घोषित कर दिया है लेकिन महागठबंधन में इसको लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है. इसी बीच नीतीश कुमार के मंत्री ने दावा कर दिया कि आरजेडी और कांग्रेस के विधायक और मंत्री पाला बदलने के लिए तैयार हैं. बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार नहीं बल्कि जनता जीत की गारंटी देगी.
मदन मोहन झा ने कहा कि जीत की गारंटी जनता देगी और जनता कितनी पॉजिटिव है ये सभी को पता है. उन्होंने कहा, ‘’जिस तरह कोरोना के महामारी में केंद्र और राज्य सरकार का रोल हुआ, मेरी समझ से ये स्थिति नहीं है कि किसी को चुनाव जीता सके. जहां तक पार्टी टूटने का सवाल है तो कई जगहों पर पहले भी पार्टी टूटी, वहां क्या स्थिति है? मध्य प्रदेश में भी पार्टी टूटी. मैं समझता हूं कि वैसी कोई स्थिति नहीं है. मेरी पार्टी एकजुट है. वो अपनी पार्टी को बचाये हमारी चिंता नहीं करे.’’
सीटों के बंटवारे पर अभी कोई बात नहीं हुई- मदन मोहन झा
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘’हम कोई डिमांड नहीं कर रहे सीट को लेकर. अभी हम इस विषय पर एकसाथ बैठे ही नहीं हैं. इस इश्यू को लेकर जब साथ बैठेंगे तब तय होगा. अपनी डफली और अपना राग बजाना बुरी बात नहीं है. पार्टी जब चुनाव में जाती है तो उसके नेता पर दबाव पड़ता है.’’
तेजस्वी सिर्फ आरजेडी के सीएम का चेहरा- मदन मोहन झा
तेजस्वी यादव को लेकर उन्होंन कहा, ‘’वो आरजेडी के नेता हैं और आरजेडी ने उन्हें डिक्लियर किया है. हमलोग के नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी हैं. हम जब उस स्टेज में आएंगे तो हम अपने नेता से इजाजत लेंगे. उस बात के लिए वो क्या राय देते हैं...तेजस्वी यादव ने अपने मुंह से कभी स्वीकार नहीं किया है. उन्होंने कभी नहीं कहा कि हम महागठबंधन के उम्मीदवार हैं. आरजेडी ने उनको अपना उम्मीदवार घोषित किया है और उन्होंने ये स्वीकार भी की है. अभी इस विषय पर महागठबंधन की बैठक नहीं हुई है. महागठबंधन के उम्मीदवार तय नहीं हैं. इस पर आलाकमान फैसला करेगी और वक्त आने पर हम आपस में विचार करेंगे.’’
‘महागठबंधन में दूरी को पाटने की जरूरत’
मनोज झा ने महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमिटी बनाने की वकालत की. उन्होंने कहा, ‘’को-ऑर्डिनेशन कमिटी बननी चाहिए लेकिन ये अभी तक नहीं बनी है. चूंकी अभी वो समय नहीं आया है. कोरोना महामारी में तीन महीने बीत गए. कमिटी बनने में कोई हर्ज नहीं है. ये सभी विषयों पर चर्चा करती है. मेरी समझ से इस पर किसी को आपत्ति नहीं होगी.”
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