पटना: बिहार में एनडीए में रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी के तेवर ने सियासी पारा चढ़ा दिया है. विपक्ष ने इसको लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि तीन राज्यों में बीजेपी की हार ने एनडीए में बिखराव की रूपरेखा तय कर दी है. पहले उपेंद्र कुशवाहा का बाहर जाना और अब एलजेपी के नेताओं का अल्टीमेटम देना बताता है कि एनडीए में कुछ भी ठीक-ठाक नहीं है.


कांग्रेस नेता ने कहा कि अब महागठबंधन का दायरा बढ़ेगा और एनडीए के दल अलग हटेंगे. एनडीए में शामिल दलों को एहसास हो गया है कि अब नरेंद्र मोदी के नाम पर उन्हें वोट नहीं मिलने वाला. मोदी सरकार ने जनता से जो वादाखिलाफी की है और बिहार में नीतीश कुमार की जो अलोकप्रियता और अविश्वसनीयता बढ़ रही है उससे जो लोग आज एनडीए में है वो जल्द ही आपको दूसरे पाले में नज़र आएंगे.


प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि रामविलास पासवान हमारी सरकार में मंत्री रहे हैं, अगर वो एनडीए से अलग होकर महागठबंधन में आना चाहते हैं तो महागठबंधन का रुख सकारात्मक होगा. रामविलास जी को महागठबंधन में कितनी सीटें मिलेंगी ये सवाल अभी काल्पनिक हैं. पहले वो साथ में आ तो जाएं. बीजेपी के सहयोगियों को समझ में आ गया है कि मोदी के साथ रहने से उनकी नाव डूबने वाली है. बीजेपी अहंकारी नेताओं का समूह है जहां सहयोगी दलों के लिए जगह नहीं है.


आरजेडी ने चिराग पासवान को दिया महागठबंधन में आने का न्यौता


वहीं आरजेडी ने चिराग पासवान को महागबंधन में आने का न्यौता दिया है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि एनडीए के सभी दल धीरे-धीरे छोड़कर जा रहे हैं, एनडीए का मतलब ही 'नहीं दुबारा आएंगे' है. मृत्युंजय तिवारी दावा कर रहे हैं कि एनडीए की नाव डूबना तय है क्योंकि एनडीए में अंदरखाने भारी बवंडर मचा हुआ है.


तिवारी के मुताबिक तीनों राज्यों के चुनावी परिणाम के बाद एनडीए के सहयोगी दलों को समझ आ गया है कि राम का नाम बेचकर इनको वोट नहीं मिलने वाला. हमने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि उपेंद्र कुशवाहा एनडीए से अलग होंगे, उन्होंने हमारी भविष्यवाणी सही साबित की. आरजेडी प्रवक्ता ने दावा कि राम विलास पासवान और चिराग पासवान भी अब एनडीए छोड़कर महागठबंधन में आएंगे, एलजेपी का एनडीए में ज्यादा दिनों तक रहना सही नहीं है.