पटना: बिहार में जीवीका दीदी के समूह के माध्यम से मास्क बनाने का काम शुरू हो गया है. बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने इस बात की जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार के दो जिलों में हैंड सैनिटाइजर यूनिट लगाने का भी फैसला किया गया है.
केंद्रीय कैबिनेट सचिव के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि कोरोना की जांच बुधवार से आइजीआइएमएस में शुरू हो गई है. पहले एक जगह आरएमआरआई में जांच होती थी.
दीपक कुमार ने कहा कि जैसा कि आज केंद्र सरकार के सचिव ने कहा है कि पीपी किट्स बनाने वाली संस्था की संख्या बढ़ाई गई है. आज से 7 से 8 और संस्थाओं को किट्स बनाने की ज़िम्मेदारी दी गई है. अभी बहुत संतोषजनक सप्लाई नहीं होगी लेकिन सप्लाई बढ़ जाएगी.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मास्क एन 95 को भी बढ़ाने पर विचार विमर्श हुआ. लेकिन कल हमलोगों ने जीविका दीदी के माध्यम से सभी जिलों में बनाने का फैसला लिया और काम शुरू भी हो गया. सैनिटाइजर की दो यूनिट बिहार में लगाने के लिए निर्णय लिया गया है. एक हाजीपुर और दूसरा आरा में लगाया जाएगा. काम शुरू हो गया है. इसका सप्लाई डिपार्टमेंटल स्टोर में किया जाएगा.
मुख्य सचिव ने कहा, ‘’कोरोना टेस्ट के लिए पीएमसीएच को आदेश मिल गया है लेकिन अभी शुरू नहीं हुआ है. अभी दो जगहों से हो रही जांच से काम चल जाएगा लेकिन गंभीर स्थिति आने पर दिक्कत होगी. उन्होंने बताया कि आज मुख्यमंत्री के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई जिसमें कई फैसले लिए गए.
अलग-अलग राज्यों से सूचना मिल रही थी कि बिहार के लोगों को खाने में दिक्कत हो रही है. इसको लेकर केंद्र सरकार से बात हुई. दीपक कुमार ने कहा कि उन्होंने हमारी बातें सुनीं और देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री को निर्देश दिया गया कि वहां फंसे लोगों की जवाबदेही उनकी है.
नीतीश कुमार ने आज बिहार के विभिन्न जिलों में फंसे लोगों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की है. सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि फंसे यात्रियों को हरेक सुविधा प्रदान की जाए. उनके रहने, खाने और दवाई का भी इंतज़ाम करें.