पटना: बिहार में डेंगू का कहर गहराता जा रहा है. पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में भर्ती डेंगू मरीजों की संख्या 250 को पार कर गई है. इस बीच राज्य में दो डॉक्टर्स और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की मौत डेंगू से हो गई है. पिछले एक सप्ताह के दौरान डेंगू के 100 मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि डेंगू की चपेट में आई समेकित बाल विकास सेवा की गोपालगंज जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) संगीता कुमारी की रविवार की सुबह पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. प्लेटलेट्स की संख्या काफी कम हो जाने से उन्होंने दम तोड़ दिया.


गोपालगंज के एक अधिकारी ने बताया कि संगीता ने 10 जुलाई को गोपालगंज जिले में आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के पद पर योगदान किया था. बीमार संगीता को शनिवार को पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां रविवार को इनकी डेंगू से मौत हो गई.


पटना के फोर्ड अस्पताल में एनेस्थेटिस्ट डॉ. विजय कुमार की डेंगू से मौत हो गई. बुधवार को बीमार होने के बाद इसी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. फोर्ड अस्पताल के मुताबिक, तीन दिन पहले बुखार होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डेंगू की वजह से उनके प्लेटलेट्स तेजी से गिरने लगे. 'हेमोरेजिक शॉक' में चले जाने की वजह से काफी प्रयास के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका.


इधर, छपरा के भी एक डॉक्टर की मौत डेंगू से हो गई है. पटना के ही एक प्राइवेट अस्पताल में चिकित्सक का इलाज चल रहा था. पीएमसीएच में डेंगू मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है. यहां डेंगू के मरीजों की संख्या 250 को पार कर गई है. इनमें पटना, सीवान, लखीसराय, सारण और औरंगाबाद आदि जिलों के मरीज शामिल हैं. इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दावा किया है कि विभाग डेंगू को लेकर सचेत है. उन्होंने दावा किया कि डेंगू से निपटने के लिए काफी उपाय किए जा रहे हैं.