नई दिल्ली: विपक्षी दलों और कई अर्थशास्त्रियों का दावा है कि देश आर्थिक मंदी की चपेट में है. आज पूर्व प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने भी मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था की हालत बहुत ही चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि भारत में तेजी से वृद्धि की संभावनाएं हैं लेकिन मोदी सरकार के चौतरफा कुप्रबंधन के कारण यह नरमी आयी है.
अर्थव्यवस्था पर बीजेपी बचाव की मुद्रा में है. इस बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है.
बिहार के वित्त मंत्री और बीजेपी नेता सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, ''केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल से लेंडिंग कैपिसिटी बढ़ाने जैसे जो चौतरफा उपाय किये हैं, उनका असर अगली तिमाही में महसूस किया जाएगा.''
उन्होंने कहा, ''वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार मंदी का ज्यादा शोर मचा कर कुछ लोग चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं.'' सुशील मोदी ने कहा, ''बिहार में मंदी का खास असर नहीं है इसलिए वाहनों की बिक्री नहीं घटी. केंद्र सरकार जल्द ही तीसरा पैकेज घोषित करने वाली है.''
देश में मंदी को लेकर जब आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं उद्योग प्रतिनिधियों से मिल रही हूं और उनकी समस्याएं सुन रही हूं और सरकार से वे क्या चाहते हैं, इस पर सुझाव ले रही हूं. मैं पहले ही ऐसा दो बार कर चुकी हूं. मैं और ऐसा कई बार करूंगी.
अर्थव्यवस्था पर मनमोहन सिंह की चिंता पर निर्मला सीतारमण ने साफ-साफ नहीं दिया जवाब